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अभी भी अंधेरे में आधे से ज्यादा पाकिस्तान, 24 घंटे बाद भी नहीं लौटी बिजली, शहबाज सरकार फेल

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक पूरे देश में बिजली की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई है और शहबाज सरकार रात 10 तक बिजली बहाली के वादे से नाकाम हो गई है। लिहाजा, पाकिस्तान की करोड़ों की आबादी अभी भी बिजली और पानी संकट से परेशान है। अस्पतालों में बिजली नहीं हैं, मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेने खड़ी हैं, वहीं बिजली से चलने वाली ट्रेनों की आवाजाही भी बंद है।
करोड़ों की आबादी परेशान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इलेक्ट्रिसिटी आउटेज की जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन पाकिस्तान के लोगों में अब भारी गुस्सा है। एक दिन पहले सुबह साढ़े 7 बजे पाकिस्तन में बिजली संकट शुरू हुआ था और 24 घंटे बीत जाने के बाद भी बिजली की बहाली नहीं हो पाई है। वहीं, बिजली आउटेज उस वक्त शुरू हुआ, जब पाकिस्तान के ज्यादातर हिस्सों में शीतलहर चल रही है और रात के वक्त का तापमान राजधानी इस्लामाबाद में 4 डिग्री सेल्सियस था, जबकि कराची में रात का तापमान 8 डिग्री सेल्सियस से कम था। वहीं, पिछले तीन महीनों के अंदर पाकिस्तान में दूसरी बार ग्रिड फेल हुआ है, जिसकी वजह से लोगों में भारी गुस्सा है और लोग शहबाज शरीफ की सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा सोशल मीडिया और सड़कों पर निकल रहा है।
बार बार बिजली आउटेज क्यों?
वहीं, पाकिस्तान के विश्लेषक और अधिकारियों ने इलेक्ट्रिसिटी आउटेज के लिए देश के पुराने बिजली नेटवर्क और बेहद खराब इन्फ्रास्ट्रक्चर को दोष दिया है। एक्सपर्ट्स का कहना है, कि देश में जो बिजली नेटवर्क है, वो इतना पुराना है, कि उसकी भारी मरम्मत की जरूरत है, जबकि सरकार का कहना है, कि सरकार के पास इतने पैसे नहीं हैं, कि वो बिजली लाइनों का मरम्मत करा सके। हालांकि, पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने ट्विटर पर लिखा है, कि पाकिस्तान में शाम ढलने के साथ बिजली की बहाली शुरू होने लगी। हालांकि, ट्विटर पर लोगों का कहना है, ज्यादातर इलाकों में बिजली नहीं लौटी है। ऊर्जा मंत्री ने पहले कहा था, कि “हमने कुछ बाधाओं का सामना किया है, लेकिन हम इन बाधाओं को दूर कर लेंगे और बिजली बहाल कर लेंगे।” उन्होंने रात 10 बजे तक बिजली बहाल करने का दावा किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
आसान नहीं है संकट का समाधान
एक्सपर्ट्स का कहना है, कि पाकिस्तान में बिजली आउटेज की समस्या को दूर करने के लिए अरबों रुपये खर्च होंगे, लेकिन सरकार के पास इतने पैसे नहीं हैं, लिहाजा पाकिस्तान में अब बिजली आउटेज बार बार होते रहेंगे। इससे पहले पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने कहा था, कि पाकिस्तान में इन दिनों ईंधन की लागत बचाने के लिए आर्थिक उपायों के तहत बिजली उत्पादन यूनिट्स को रात में अस्थाई तौर पर बंद कर दिया जाता है और जब सुबह में फिर से यूनिट्स को शुरू किया गया, तो ट्रांसमिशन लाइन में गड़बड़ी आने लगी और एक एक कर पावर ग्रिड बंद होने लगे। वहीं, पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री ने ये भी कहा है, कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आदेश के बाद 3 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है और उन्होंने कहा है, कि प्रधानमंत्री ने हमेशा बिजली संयंत्रों को चलाने का आदेश दिया है, भले ही वो महंगे मिट्टी के तेल पर ही क्यों ना चलते हों।
किन क्षेत्रों में बिजली बहाल
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजधानी इस्लामाबाद, पेशावर, क्वेटा, मुल्तान और सुक्कुर की बिजली डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों ने इन क्षेत्रों में आंशिक रूप से बिजली बहाल कर दी है, लेकिन पूरी तरह से बिजली सप्लाई बहाल होने में अभी कई और घंटे लग सकते हैं। वहीं, डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्वेटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी के प्रवक्ता मुहम्मद अफ़ज़ल ने डॉन डॉट कॉम को बताया है, कि बलूचिस्तान प्रांत में तीन ट्रांसमिशन लाइनें ट्रिप हो गई थीं। उन्होंने कहा, कि “इसके परिणामस्वरूप पूरे बलूचिस्तान में भारी बिजली कटौती हुई है।” प्रभावित शहरों में क्वेटा, पिशिन, किला अब्दुल्ला, चमन, लोरलाई झोब, किला सैफुल्लाह, मस्तुंग, सिब्बी, ज़ियारत, कलात और खुजदार शामिल हैं।


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