Headlines

सुवेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला, वाहन क्षतिग्रस्तHrithik Roshan : ऋतिक रोशन ने इसके लिए दोबारा इंस्टॉल किया इंस्टाग्राम, बताया ‘अब तक का सबसे बेहतरीन शो’Bihar Traffic Rules : बिहार में ट्रैफिक रूल्स पर सख्ती: ये डॉक्यूमेंट साथ न हों तो फंस सकते हैं भारी जुर्माने मेंसुवेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला, वाहन क्षतिग्रस्तHrithik Roshan : ऋतिक रोशन ने इसके लिए दोबारा इंस्टॉल किया इंस्टाग्राम, बताया ‘अब तक का सबसे बेहतरीन शो’Bihar Traffic Rules : बिहार में ट्रैफिक रूल्स पर सख्ती: ये डॉक्यूमेंट साथ न हों तो फंस सकते हैं भारी जुर्माने में
Home » देश » असफलता का खौफ : आंध्र प्रदेश में नौ स्कूली छात्रों ने की आत्महत्या, रिजल्ट जारी होने के 48 घंटे के भीतर दी जान

असफलता का खौफ : आंध्र प्रदेश में नौ स्कूली छात्रों ने की आत्महत्या, रिजल्ट जारी होने के 48 घंटे के भीतर दी जान

विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश में नौ स्कूली छात्रों द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। स्कूली छात्राओं द्वारा आत्महत्या की यह घटनाएं आंध्र प्रदेश के बोर्ड रिजल्ट जारी होने के 48 घंटे के भीतर सामने आई हैं। ऐसे में माना. . .

विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश में नौ स्कूली छात्रों द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। स्कूली छात्राओं द्वारा आत्महत्या की यह घटनाएं आंध्र प्रदेश के बोर्ड रिजल्ट जारी होने के 48 घंटे के भीतर सामने आई हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि परीक्षा में असफलता के खौफ में स्कूली छात्रों ने यह जानलेवा कदम उठाया है। बता दें कि आंध्र प्रदेश बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट परीक्षा के 11वीं और 12वीं के नतीजे बुधवार को जारी किए गए हैं। आंध प्रदेश की बोर्ड परीक्षाओं में इस साल करीब 10 लाख छात्र शामिल हुए और कक्षा 11 में पास हुए छात्रों का प्रतिशत 61 फीसदी रहा तो वहीं 12वीं के छात्रों का पास प्रतिशत 72 फीसदी रहा।
इन छात्रों ने की आत्महत्या
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रीकाकुलम जिले में एक 17 साल के युवक बी तरुण ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। तरुण इंटरमीडिएट के पहले साल का छात्र था और बुधवार को घोषित हुए रिजल्ट में फेल हो गया था। वहीं विशाखापत्तनम जिले के मलकापुरम पुलिस स्टेशन इलाके में रहने वाले एक 16 साल की लड़की ने भी आत्महत्या कर ली। वह भी इंटरमीडिएट के पहले साल में फेल हो गई थी। विशाखापत्तनम जिले में ही कंचारापालेम इलाके में एक 18 साल के युवक ने भी परीक्षा में फेल होने के बाद आत्महत्या कर ली। ऐसे ही राज्य के विभिन्न इलाकों से कई मामले सामने आए हैं।
मुख्य न्यायाधीश भी जता चुके हैं चिंता
देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने भी बीती फरवरी में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाओं पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि हमारे संस्थानों में क्या गलत हो रहा है जो छात्रों को अपनी जान देनी पड़ रही है? बता दें कि देश के सबसे बड़े तकनीकी संस्थानों आईआईटी में भी छात्रों द्वारा आत्महत्या के कई मामले सामने आए हैं।

Trending Now

असफलता का खौफ : आंध्र प्रदेश में नौ स्कूली छात्रों ने की आत्महत्या, रिजल्ट जारी होने के 48 घंटे के भीतर दी जान में पॉपुलर

पॉपुलर न्यूज़

एक्सक्लूसिव न्यूज़