इजराइल-हमास युद्ध : एक हवाई हमला और पलटी जंग की चाल, कौन है इजरायल की छवि को चोट पहुंचाने वाला इस्लामिक जिहाद ?
नई दिल्ली। हमास और इजरायल के बीच 12वें दिन भी खूनी जंग जारी है। 12वें दिन की शुरुआत इजरायल के लिए घातक साबित हो सकती है। दरअसल, तड़के सुबह गाजा के एक सरकारी अस्पताल पर रॉकेट के हवाई हमले से भारी क्षति हुई है। इस हवाई हमले में 500 से अधिक निर्दोषों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।
इस हवाई हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार बताया जा रहा है, लेकिन इजरायल इस बात से साफ इनकार कर रहा है। इजरायल ने इसके लिए आतंकवादी संगठन इस्लामिक जिहाद को जिम्मेदार ठहराया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर हमास और इजरायल के बीच छिड़े इस जंग में थर्ड प्लेयर कौन है।
दरअसल, इजरायल ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि अस्पताल में हुए नरसंहार के लिए हमसा ने इजरायल को जिम्मेदार ठहराना चाहा है, लेकिन बापिस्ट अरब नेशनल हॉस्पिटल पर अटैक इस्लामिक जिहाद ने किया है। इनका कहना है कि इस्लामिक जिहाद के विफल मिसाइल टेस्ट के कारण यह हमला हुआ है।
क्या है इस्लामिक जिहाद?
इस्लामिक जिहाद भी इजरायल के खिलाफ लड़ने वाले कट्टरपंथियों का एक संगठन है। इसे ‘फलस्तीनी इस्लामिक संगठन’ के नाम से भी जाना जाता है। यह गाजा के दूसरे सबसे बड़े आतंकी संगठन है, जिसके लड़ाके हथियारों से लैस रहते हैं। इन्हें 1979 में इजरायल के खिलाफ तैयार किया गया था। शुरुआती दिनों में यह फलस्तीनी छात्रों का समूह था, जिसे खासतौर पर गाजा और इजरायल द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए क्षेत्रों में फलस्तीनी राज्य स्थापित करने के लिए तैयार किया गया था।
हमास और इस्लामिक संगठन ने मिलाया हाथ
बताया जाता है कि गाजा में सैन्य गतिविधियों का संचालन हमास और इस्लामिक जिहाद मिलकर करते हैं, लेकिन कभी-कभी यह इजरायल का सामना करने के लिए हमास की रणनीतियों से असहमत होता है। हालांकि, कुछ रिपोर्टों में बताया गया है कि कई बार हमास ने इस्लामिक संगठन पर दबाव बनाया है कि वह इजरायल पर हमला न करें और उन परिस्थितियों में दोनों के बीच दूरियां आ गई थीं। ऐसे में हमास को अलग होना पड़ा और इस्लामिक जिहाद ने इजरायल पर हमला किया।
ईरान करता है फंड
इस संगठन की ट्रेनिंग, फंड और सभी लेटेस्ट हथियार ईरान द्वारा ही मुहैया कराए जाते हैं। इजरायल के साथ ही अमेरिका ने भी इस्लामिक जिहाद को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। इसके अलावा, अमेरिकी सरकार की वेबसाइट के एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसे सीरिया और लेबनानी हिजबुल्लाह से भी पूरा समर्थन मिलता है।
यह सीरिया, लेबनान, गाजा पट्टी, इजरायल में अपनी उपस्थिति बनाए हुए है और इसका मुख्यालय ईरान की राजधानी तेहरान में है। इसमें लगभग एक बार में एक हजार सदस्य सक्रिय रहते हैं।
इजरायल पर किए कई हमले
अब तक हमास से अलग होकर भी कई बार फलस्तीनी इस्मालिक जिहाद संगठन ने इजरायल पर घातक हमले किए हैं, जिसमें साल 2018, 2019, 2020, 2021 और 2012 के हमले शामिल हैं।
इजरायल के साथ ही अमेरिका ने भी इस संगठन को साल 1997 में आतंकवादी संगठन के तौर पर नामित कर दिया है और 2014 में अमेरिका ने फलस्तीनी इस्लामिक संगठन के महासचिव जियाद अल-नखला को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया है।
अस्पताल पर हुए हमले में 500 लोगों की मौत
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा सिटी अस्पताल पर इजरायल ने हवाई हमला किया है। इस हवाई हमले में 500 से अधिक लोग मारे गए हैं और सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। इस एयर स्ट्राइक के समय सैकड़ों लोग अल-अहली अस्पताल में शरण लेने के लिए पहुंचे थे। इस हवाई हमले की पूरे देश में निंदा हो रही है। यहां तक कि इस हमले के बाद अरब देशों ने जो बाइडन के साथ बैठक भी रद्द कर दी हैं।
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