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उत्तर प्रदेश में गरमाया माहौल : ‘आई लव मोहम्‍मद’ सही तो ‘आई लव महादेव’ गलत कैसे हो गया?

लखनऊ : उत्‍तर प्रदेश में आजकल हर जुबान ‘आई लव मोहम्‍मद’ और ‘आई लव महादेव’ बोल रही है। सोशल मीडिया पर बाकायदा दोनों हैशटैग के साथ ट्रेंड चलाया जा रहा है। पक्ष और विपक्ष में हजारों लोग X, इंस्‍टाग्राम और. . .

लखनऊ : उत्‍तर प्रदेश में आजकल हर जुबान ‘आई लव मोहम्‍मद’ और ‘आई लव महादेव’ बोल रही है। सोशल मीडिया पर बाकायदा दोनों हैशटैग के साथ ट्रेंड चलाया जा रहा है। पक्ष और विपक्ष में हजारों लोग X, इंस्‍टाग्राम और यूट्यूब पर लिख रहे और वीडियो बना रहे हैं। इस बीच, लोग ‘आई लव महादेव’ पर सवाल भी उठा रहे हैं। उनका कहना है कि ‘आई लव मोहम्‍मद’ मामले को कमजोर करने के लिए जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है। इस पर समर्थकों का कहना है कि जब ‘आई लव मोहम्‍मद’ नारा सही है तो ‘आई लव महादेव’ के पोस्‍टर गलत कैसे हो सकते हैं?
आखिर ये अनोखे तरह का विवाद कहां से शुरू हुआ? इसकी पूरी कहानी आपको बताते हैं। पूरे मामले की शुरुआत कानपुर से होती है। रावतपुर मोहल्‍ले में बीते 4 सितंबर को बारावफात मनाया जा रहा था। इस मौके पर मेन सड़क पर मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने आई लव मोहम्‍मद का बैनर लगाया। इस पर हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई। उन्‍होंने इसे नई परंपरा बताते हुए माहौल गरमा दिया।

मुकदमा दर्ज होने से मुस्लिम समुदाय में फैला आक्रोश

हरकत में आई पुलिस ने बैनर हटवाकर कार्यक्रम स्‍थल पर लगवा दिया। 9 को नामजद करते हुए 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इन पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और धार्मिक भावनाओं को भड़काने जैसी धाराएं लगाई गई। पुलिस का कहना है कि मामला सिर्फ बैनर का नहीं बल्कि तय जगह से अलग टेंट लगाने और जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के धार्मिक पोस्टर फाड़े जाने को लेकर एफआईआर हुई है।

उत्‍तराखंड, महाराष्‍ट्र और हैदराबाद तक पहुंची चिंगारी

बस फिर क्‍या था। चिंगारी भड़क गई और इसकी आंच कानपुर से देश के अलग-अलग हिस्‍सों में पहुंच गई। लखनऊ, बरेली, नागपुर, काशीपुर (उत्‍तराखंड) और हैदराबाद समेत कई शहरों में जुलूस निकाले गए और विरोध प्रदर्शन हुए। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया। कई जिलों में धड़ाधड़ मुकदमे दर्ज होने लगे।

ओवैसी बोले- सजा भुगतने को तैयार हूं

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम संगठनों का समर्थन किया और सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा ट्रेंड करने लगा। मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि आई लव मोहम्मद नारे को अपराध की तरह पेश किया जा रहा है। यह तो सिर्फ मोहम्मद पैगंबर के प्रति प्यार और सम्मान जताने का तरीका है और इसमें सांप्रदायिक तनाव भड़काने जैसी कोई बात नहीं है। असदुद्दीन ओवैसी ने यहां तक कह दिया कि आई लव मोहम्मद कहना कोई अपराध नहीं है, अगर है तो वह सजा भुगतने को तैयार हैं।

बनारस के संतों ने ‘आई लव महादेव’ से दिया जवाब

मुस्लिम समाज की तरफ से विवाद बढ़ता देख बनारस में संतों ने आई लव महादेव का पोस्‍टर जारी किया है। संतों ने शंखनाद करते हुए हर हर महादेव का उद्घोष किया। संतों का कहना है कि देश में विदेशी फंडिग की मदद से साजिश रची जा रही है। सोशल मीडिया पर संतों की तस्‍वीर जमकर वायरल हो रही है। अस्‍सी इलाके में स्थित सुमेरु पीठ के आश्रम में ये पोस्‍टर लहराए गए।

विदेशी फंडिंग के जरिये मौलाना कर रहे साजिश: सुमेरु पीठ के पीठाधीश्‍वर

पोस्‍टर जारी करने के बाद संतों ने इसे बनारस की गलियां और चौराहों पर भी लगाया। सुमेरु पीठ के पीठाधीश्‍वर स्‍वामी नरेंद्रानंद का कहना है कि भारत को नेपाल या बांग्‍लादेश नहीं बनने दिया जाएगा। विदेशी फंडिग के जरिये मौलाना जानबूझकर देश को कमजोर और अस्थित करने के लिए ऐसी साजिशें रच रहे हैं। इनका जवाब देना जरूरी है।

‘सिर तन से जुदा’ नारेबाजी करने वालों का एनकाउंटर हो: हिंदू महासभा

इस पूरे विवाद पर अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि आप ‘आई लव मोहम्मद’ करिए या ‘आई लव महादेव’ कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन ‘आई लव मोहम्मद’ में सिर तन से जुदा के नारा जुड़ते ही यह भड़काऊ हो जाता है। सरकार को ऐसे नारेबाजी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उनका एनकाउंटर करना चाहिए। ये लोग ऐसी बयानबाजी करके शहर और देश का माहौल खराब कर रहे हैं।

हमें बहुसंख्‍यक होने का नुकसान उठाना पड़ता है: वरिष्‍ठ पत्रकार

वहीं, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश बहादुर सिंह का कहना है कि सभी लोगों को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। हमारे संविधान में सबको अनुमति मिली है। लेकिन अल्लाह हो अकबर का नारा लगाने वालों को अल्‍पसंख्‍यक होने का फायदा मिलता है और हमें बहुसंख्‍यक होने का नुकसान उठाना पड़ता है। वो लोग जब नमाज पढ़ते थे तो वो अपने आप को धार्मिक कहलाते हैं लेकिन जब हम लोग मंदिर में जाकर पूजा-पाठ या टीका लगाते हैं तो वो हमें साम्प्रदायिक करार देते हें। ये कहीं से भी ठीक नहीं था।

बगैर इजाजत पोस्‍टर लगाने वालों पर होगा एक्‍शन: बीजेपी प्रवक्‍ता

बीजेपी प्रवक्‍ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि कोई आई लव मोहम्‍मद कहे या आई लव महादेव, किसी में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन बिना अनुमति के कोई अगर जुलूस निकलेगा तो उस पर आपत्ति जरूर होगी। अगर कोई मनचाही जगह पर बिना इजाजत के बैनर पोस्टर लगा रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। सभी को नियम और कानूनों का पालन करना पड़ेगा।