नई दिल्ली/कोलंबो – एशिया कप में पाकिस्तान को एक और मोर्चे पर भारत से झटका लगा है। भले ही दोनों टीमें एक-दूसरे के खिलाफ ग्रुप स्टेज मुकाबला खेल चुकी हों, लेकिन इसके बाद भारत ने जो कदम उठाया है, उसने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) को असहज कर दिया है।
भारत ने ACC को भेजा संदेश — PCB अध्यक्ष से ट्रॉफी नहीं लेंगे!
खबरों के मुताबिक, भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एशियाई क्रिकेट काउंसिल को सूचित किया है कि यदि भारत 28 सितंबर को होने वाले फाइनल में पहुंचता है और खिताब जीतता है, तो टीम इंडिया ट्रॉफी PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी से लेने को तैयार नहीं है।
ध्यान देने वाली बात है कि मोहसिन नकवी इस समय न सिर्फ PCB के प्रमुख हैं, बल्कि ACC के मौजूदा अध्यक्ष भी हैं। परंपरानुसार, किसी भी टूर्नामेंट की ट्रॉफी वितरण उसी संगठन के अध्यक्ष द्वारा किया जाता है। भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस परंपरा से इस बार अलग रुख अपनाएगा।
भारत-पाक मैच में शिष्टाचार से भी दूरी
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हालिया मुकाबले में टीम इंडिया ने पाकिस्तान खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था। यह कदम जानबूझकर और पूर्व नियोजित था, जिसकी सूचना भारतीय टीम ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को पहले ही दे दी थी।
मैच के टॉस के समय भी दोनों कप्तानों के बीच परंपरागत हैंडशेक नहीं हुआ, जिसे देखकर पाकिस्तानी खेमे में खलबली मच गई।
पाकिस्तान ने हटवाए मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट
भारत के इस रुख के बाद, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी पर दबाव बनाकर एंडी पायक्रॉफ्ट को अपने बचे हुए सभी मैचों से हटवा दिया। PCB का तर्क था कि ऐसे फैसले टूर्नामेंट से पहले स्पष्ट कर लिए जाएं ताकि मैदान पर किसी तरह की असहज स्थिति पैदा न हो।
भारत की ‘चाल’ में उलझा पाकिस्तान
पाकिस्तान अब इस नई स्थिति से निपटने में परेशान नजर आ रहा है। भारत द्वारा ट्रॉफी वितरण को लेकर उठाए गए कदम के जवाब में ACC को कोई वैकल्पिक समाधान निकालना होगा। अगर भारत फाइनल में पहुंचता है, तो ट्रॉफी कौन सौंपेगा — यह एक बड़ा सवाल बन गया है।
क्या यह राजनीतिक तनाव का असर है?
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट भले ही सीमित स्तर पर खेला जा रहा हो, लेकिन राजनीतिक तनाव का असर मैदान के भीतर और बाहर साफ दिख रहा है। यह घटनाक्रम दर्शाता है कि दोनों देशों के क्रिकेट संबंध कितने संवेदनशील और जटिल होते जा रहे हैं।