जलपाईगुड़ी। लालू प्रसाद को जेल भेजा जा सकता है और अभिषेक नहीं भेजा जा सकता. भर्ती भ्रष्टाचार पर मीनाक्षी मुखर्जी ने की टिप्पणी।
सीपीएम का युवा संगठन एक बार फिर लोकसभा चुनाव को लेकर कमर कस रहा है. डीवाईएफआई ने रोजगार की मांगों को सामने रखते हुए 7 जनवरी को ब्रिगेड रैली का आह्वान किया है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए डीवाईएफआई सदस्य लगातार दो महीने तक कूचबिहार से काकद्वीप तक इंसाफ यात्रा निकालेंगे. यह बात मंगलवार को जलपाईगुड़ी में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संगठनात्मक बैठक में शामिल होने आयीं संगठन की राज्य सचिव मीनाक्षी मुखोपाध्याय ने कहीं.
इस दिन उन्होंने राज्य और केंद्र सरकारों की वादाखिलाफी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की कुव्यवस्था के कारण डेंगू ने महामारी का आकार ले लिया है. वहीं, उन्होंने जस्टिस अमृता सिन्हा के भर्ती भ्रष्टाचार के संदर्भ में सीबीआई पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”हमने भर्ती भ्रष्टाचार के खिलाफ 2011 में आन्दोलन शुरू किया था. इसे लेकर हम अभी भी सड़क पर हैं. धूपगुड़ी विधायक को लेकर राज्य और राज्यपाल के बीच टकराव के संबंध में उन्होंने कहा, ”इनलोगों ने एक गैर-मुद्दे को मुद्दा बना दिया. राज्य और केंद्र इसे लेकर व्यस्त है , लेकिन किसी को इस बात की परवाह नहीं है कि लोगों को 100 दिन के काम के पैसे नहीं मिल रहे हैं.”