देहरादून। मंगलवार सुबह करीब 5 बजे उत्तराखंड के देहरादून जिले में सहस्त्रधारा के पास बादल फट गया। इससे तमसा, कारलीगाड़, टोंस और सहस्त्रधारा नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया। विकासनगर में टोंस नदी में पानी का बहाव इतना तेज हो गया कि मजदूरों से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली बह गई। इस वाहन में लगभग 10 लोग सवार थे, जिनमें से 6 की मौत की पुष्टि हुई है जबकि 2 लोग अब भी लापता हैं।
सहस्त्रधारा, तपोवन, आईटी पार्क, घंगौरा और घड़ी कैंट सहित कई इलाकों में जलभराव हो गया और कई सड़कें बह गईं। तमसा नदी के किनारे स्थित प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर में भी पानी भर गया, जिससे वहां की दुकानें बह गईं। पुजारी ने बताया कि सुबह 5 बजे मंदिर में पानी घुसा, जिससे कई मूर्तियां बह गईं, हालांकि गर्भगृह सुरक्षित है। पानी उतरने के बाद मंदिर परिसर में करीब 2 फीट मलबा जमा पाया गया। आपदा राहत कार्य के लिए SDRF, NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर तैनात हैं। सहस्त्रधारा क्षेत्र से 5 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
हिमाचल में भी भारी नुकसान
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के धर्मपुर बस स्टैंड पर रातभर हुई भारी बारिश के चलते मलबा भर गया। कई बसें तेज बहाव में दूर तक बह गईं। राज्य में 3 नेशनल हाईवे बंद हैं और 493 सड़कें अवरुद्ध हैं। मंडी के निहरी इलाके में भूस्खलन के कारण एक चट्टान का मलबा एक घर पर गिर गया, जिससे घर ढह गया। इस हादसे में एक ही परिवार के 5 लोग दब गए, जिनमें से 3 की मौत हो गई है।
मुंबई और महाराष्ट्र में भी भारी बारिश का कहर
सोमवार को मुंबई में भी मूसलधार बारिश से रेलवे ट्रैक, सबवे और सड़कों पर जलभराव हो गया। बीड जिले में बाढ़ के कारण फंसे 11 ग्रामीणों को एयरफोर्स की मदद से एयरलिफ्ट किया गया।