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पीएम मोदी ने 3 घंटे तक रुकवाया था रूस-यूक्रेन युद्ध, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने बताई भारत की पावर

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नई दिल्ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से बात कर तीन घंटे तक दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध को रुकवाया था और तब जाकर भारतीय छात्रों की यूक्रेन से सुरक्षित वापसी हो पाई थी। उन्होंने ये दावा शुक्रवार (3 जून 2022) को पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किया।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि, “जब बच्चे वहां फंसे, तब हमें पता चला कि बिहार के इतने अधिक बच्चे वहां (यूक्रेन) रहते हैं। मारियोपोल में हिंदुस्तान और बिहार के बच्चे फंसे हुए थे और वहां पर लड़ाई चल रही थी। कैसे निकले? हमारे विदेश नीति को चलाने वालों ने कहा कि सर (पीएम मोदी) इसमें तो आपको ही बात करनी होगी।”
वहीं रविशंकर प्रसाद के बयान को लेकर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास ने ट्वीट कर तंज कसा और एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “रविशंकर प्रसाद जी की कुर्सी शहीद हो गयी। लेकिन मोदी जी की शान में झूठ, आज भी उनका सबसे मजबूत है। कुछ तो शर्म करो।”
रूस-यूक्रेन युद्ध को 100 दिन बीत चुके हैं और युद्ध अभी भी जारी है। फ़रवरी महीने में जब युद्ध शुरू हुआ था, उस दौरान उम्मीद जताई गई कि युद्ध जल्द ही खत्म हो जायेगा, लेकिन युद्ध अभी भी जारी है। वहीं युद्ध की शुरुआत में भारत समेत कई देशों के बच्चे यूक्रेन में फंसे हुए थे। भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाकर 20 हजार से अधिक भारतीय नागरिकों को वहां से निकालकर सुरक्षित वतन वापसी कराई थी।
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी को हुई थी और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा किया है कि यूक्रेन के 20 फीसदी हिस्से पर रूस का कब्जा है। वहीं जिस मारियोपोल का जिक्र पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किया है, ऐसा माना जा रहा है कि उसपर भी रूस का कब्जा है।
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा, “नरेंद्र मोदी जी ने पुतिन (रूस के राष्ट्रपति) से बात की और फिर ज़ेलेंस्की (यूक्रेन) से बात की। दोनों नेताओं से पीएम मोदी ने कहा कि आप दोनों लड़ाई मत करिए, हमें अपने बच्चों को निकालना है। हम अपने बच्चों को वहां नहीं छोड़ना चाहते। आपको जानकर खुशी होगी कि जो दोनों बात नहीं करते थे, दोनों ने बात की और युद्ध को तीन घंटे तक रोका गया और फिर बच्चे सुरक्षित वतन पहुंचे।”


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