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बीजेवाई में दिखीं रंगीला गर्ल उर्मिला मातोंडकर, जम्मू की कड़कड़ाती ठंड में कार्यकर्ताओं को हुआ ‘गर्मी’ का अहसास

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जम्मू। अभिनेत्री से पॉलिटिकल लीडर बनीं उर्मिला मातोंडकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। यात्रा नगरोटा शहर से मंगलवार की सुबह फिर से शुरू हुई। मातोंडकर, 1990 के दशक के एक लोकप्रिय बॉलीवुड एक्ट्रेस हुआ करती थीं। वे कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 8 बजे सेना के गढ़ के पास से मार्च शुरू होने के तुरंत बाद इसमें शामिल हुईं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत करने के लिए मार्ग के किनारे सड़क पर लंबी लाइन लगा रखी थी। इस बीच जम्मू में राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने दिग्विजय सिंह के सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान पर कहा कि वे उनके बयान से बिलकुल सहमत नहीं है। यह उनका व्यक्तिगत बयान है। हमें आर्मी पर पूरा भरोसा है। आर्मी कुछ भी करे, उसके सबूत देने की जरूरत नहीं है। देखिए कुछ तस्वीरें…
मातोंडकर (48) ने 6 महीने के छोटे सहयोग के बाद सितंबर 2019 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और 2020 में शिवसेना में शामिल हो गई थीं। हालांकि अब फिर से उनका झुकाव कांग्रेस की ओर दिखाई दे रहा है।
क्रीम-कलर्ड ट्रेडिशनल कश्मीर फेरन और बीनी कैप पहने मातोंडकर राहुल गांधी के साथ यात्रा में चलते हुए बातचीत करती रहीं। प्रसिद्ध लेखक पेरुमल मुरुगन और जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, उनके पूर्ववर्ती जीए मीर और पूर्व मंत्री तारिक हामिद कर्रा भी हाथों में तिरंगा लेकर सैकड़ों अन्य लोगों के साथ शामिल हुए।
सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा गुरुवार को पंजाब से जम्मू-कश्मीर में दाखिल हुई और सोमवार को जम्मू शहर पहुंची थी। मार्च 30 जनवरी को शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में एक भव्य रैली के साथ श्रीनगर में अपने समापन से पहले जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे से सेटे रामबन और बनिहाल में दो रात विश्राम होगा।
लद्दाख प्रादेशिक कांग्रेस के अध्यक्ष नवांग रिगजिन जोरा के नेतृत्व में 65 सदस्यीय लद्दाख प्रतिनिधिमंडल यात्रा की शुरुआत में गांधी के साथ शामिल हुआ और उन्हें अपने लोगों के मुद्दों और चिंताओं के बारे में जानकारी दी।
कश्मीरी पंडित प्रवासी महिलाओं का एक समूह अपने पारंपरिक परिधान पहने और फूल की पंखुड़ियां लिए हुए, गांधी का स्वागत करने के लिए प्रसिद्ध कोल-कंडोली मंदिर के बाहर इंतजार कर रहा था। एक प्रवासी महिला गीता कौल ने कहा-“हम कश्मीर से हमारे प्रवास के बाद पिछले तीन दशकों से जम्मू में भटक रहे हैं। हम गांधी का स्वागत करने के लिए यहां आए हैं, क्योंकि वह घाटी में हमारे पुनर्वास में मदद कर सकते हैं। कांग्रेस ने अतीत में रोजगार प्रदान करके समुदाय के लिए काम किया था।
कांग्रेस ने अपने twitter पर शेयर करते हुए लिखा-इस तस्वीर में कुछ खास है…ध्यान से देखिए- ZOOM करके। कंटीले तारों के उस पार हमारे देश के सैन्य रखवाले खड़े हैं और इस तरफ लोकतंत्र के रखवाले राहुल गांधी।
एक जगह कांग्रेस ने tweet करके लिखा-राहुल गांधी से हाथ मिलाते हमारे वीर जवानों के चेहरों पर जो प्रेम और अपनेपन का भाव है, वो दर्शाता है कि राहुल गांधी की इस यात्रा में हिंदुस्तान क्यों उमड़कर आ रहा है। दरअसल जब आप देश के प्रति प्रेम का भाव लेकर पैदल निकलते हैं, तो कांटों की सरहद ही सबसे पहले टूटती है। वीरों को सलाम।


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