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भारत बना रहा है पहला स्वदेशी आधुनिक स्टील्थ फाइटर : पहली ही नजर में दुश्मनों का करेगा काम तमाम, जानें इसके ‘अद्भुत’ फीचर

नई दिल्ली: भारत ने अपने पहले स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट निर्माण की दिशा में काम तेज कर दिया है। अभी दुनिया में अमेरिका, रूस और चीन के पास जो स्टील्थ फाइटर जेट हैं, वह पांचवीं पीढ़ी के हैं। लेकिन, भारत. . .

नई दिल्ली: भारत ने अपने पहले स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट निर्माण की दिशा में काम तेज कर दिया है। अभी दुनिया में अमेरिका, रूस और चीन के पास जो स्टील्थ फाइटर जेट हैं, वह पांचवीं पीढ़ी के हैं। लेकिन, भारत में जिस स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA)प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है,उसे और भी विशेषताओं की वजह से 5.5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट बताया जा रहा है। मतलब, साफ है कि दुनिया में आज की तारीख में जितनें भी आधुनिक से आधुनिक स्टील्थ फाइटर जेट टेक्नोलॉजी मौजूद हैं, भारत उससे पांच कदम आगे रहने वाला है। भारत का AMCA प्रोजेक्ट दुश्मनों को पहली ही नजर में काम तमाम करने की क्षमता (first look, first kill capability) से लैस रहने वाला है, मतलब जबतक दुश्मन प्रतिक्रिया की सोचेगा, उससे पहले उसे जहन्नुम पहुंचा दिया जाएगा। इस स्वदेशी स्टील्थ टेक्नोलॉजी में ऐसे अनेकों फीचर होंगे, जिनमें से हम 10 खास फीचर का जिक्र करने जा रहे हैं।

सबसे आधुनिक होगा स्वदेशी स्टील्थ फाइटर

पांचवीं पीढ़ी के जिन स्टील्थ टेक्नोलॉजी वाले मौजूदा फाइटर जेट विमानों की तर्ज पर भारत AMCA प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, उसकी सबसे पहली खासियत यही होती है कि ये विमान दुश्मनों के रडार की पकड़ में नहीं आते। रक्षा सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना पहले फेज में AMCA प्रोजेक्ट के तहत बने 120 स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट खरीदने की योजना पर काम कर रहा है। दुनिया के इन अत्याधुनिक स्वदेशी लड़ाकू विमानों को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि यह दुश्मनों के रडारों की नजर में आए बिना, डीप अटैक करने में सक्षम होंगे, जिससे चीन और पाकिस्तानी सेना को इसकी भनक भी नहीं लग पाएगी।

पहले स्वदेशी स्टील्थ एएमसीए के 10 खास फीचर

  1. AMCA दो इंजनों वाला फाइटर जेट होगा, जिनमें से हर इंजन की क्षमता 25 टन की होगी
  2. इसकी अधिकतम स्पीड 2,600 किलोमीटर प्रति घंटे(Mach 2.15) से ज्यादा की होगी। यानी यह ध्वनि की गति से 2.15 गुनी अधिक रफ्तार से उड़ान भरेगा।
  3. इसकी कॉम्बैट रेंज 1,620 किलोमीटर होगी। मतलब, यह हथियारों और मिसाइलों का पूरा लोड लेकर अपने एयरबेस से टैंक में एक बार फ्यूल लोड करके 1,620 किलोमीटर दूर तक जाकर, टारगेट ध्वस्त करके वापस अपने एयरबेस लौट आएगा।
  4. स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट एएमसीए की सर्विस सीलिंग 20,000 मीटर (65,000 फीट) होगी। मतलब, प्रति मिनट लगभग 100 मीटर की रफ्तार से निरंतर ये फाइटर जेट अधिकतम 20 किलो मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं।
    5.AMCA की फेरी रेंज 5,324 किलोमीटर होगी। मतलब, बिना हथियारों और मिसाइलों के यह फाइटर जेट एक बार इंधन लेकर 5,324 किलोमीटर तक उड़ान भर सकेंगे ।
    6.इन फाइटर जेट की पेलोड कैपिसिटी 6,500 किलो होगी। यानी यह एक बार में इतने वजन तक हथियार और मिसाइल लेकर कॉम्बैट मिशन पर निकल सकते हैं।
  5. स्वदेशी एएमसीए विमान स्वदेशी उत्तम- एईएसए रडार (Uttam-AESA radar) से लैस होंगे। मतलब, 150 किलोमीटर दूर से ही फाइटर जेट जितने आकार के टारगेट को पकड़ने में सक्षम होंगे।
  6. ये लड़ाकू विमान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित मल्टी-सेंसर डेटा फ्यूजन सिस्टम से लैस रहेंगे।
  7. इन विमानों में इंफ्रारेड सर्च और ट्रैक (IRST) सिस्टम भी होगा। आखिरी वाली दोनों ही टेक्नोलॉजी AMCA के पायलट को इतना सक्षम बना देंगे कि वह दुश्मन को पहले ही देख भी लेंगे (first look, first kill capability) और जबतक उन्हें संभलने का मौका मिलेगा, तबतक उनका काम भी तमाम कर सकेंगे।
  8. इन स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट की एक बड़ी विशेषता ये होगी कि इसमें इंटीग्रेटेड व्हीकल हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम भी होगा, जिससे पायलट को विमान में किसी तकनीकी समस्या का तुरंत पता चल सकेगा, जिससे उसके समाधान करने का समय मिल जाएगा।

स्वदेशी फाइटर जेट में होंगे, स्वदेशी हथियार

इंडिया डिफेंस न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार AMCA प्रोजेक्ट के तहत जो स्वदेशी फाइटर जेट बनेंगे, उनमें से प्रत्येक लड़ाकू विमानों की अनुमानित कीमत लगभग 1,228 करोड़ रुपये होगी। इस हिसाब से भारतीय वायु सेना जो 120 लड़ाकू विमान खरीदने की योजना बना रही है, उसपर मौजूदा कीमतों पर 1,57,844 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है। इन लड़ाकू विमानों में जो हथियार और मिसाइल इस्तेमाल होंगी, वह भी स्वदेशी होंगी, जिसमें उन्नत अस्त्र एमके-2 ( Astra MK-2) मिसाइलें भी शामिल होंगी। इनके अलावा इन्हें अगली पीढ़ी के सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, SANT एंटी-टैंक मिसाइल और एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम से भी लैस किया जाएगा।

स्वदेशी स्टील्थ फाइटर जेट एएमसीए कबतक ?

AMCA प्रोजेक्ट में दो फेज में काम होने की बात है। पहले फेज AMCA MK-1 में अमेरिकी कंपनी जीई (GE F414) के इंजन लगेंगे। दूसरे फेज AMCA MK-2 के लिए भारत में ही 120 kN थर्स्ट इंजन विकसित किया जाएगा। यह काम फ्रांस की कंपनी सफ्रान की मदद से होगा, जिसके लिए भारत को वह पूर्ण टेक्नोलॉजी ट्रांसफर देगा। इस इंजन परियोजना पर रिपोर्ट के अनुसार 60,000 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है।
2025-2027: पूर्ण प्रोटोटाइप का निर्माण
2028-2029: पहली उड़ान और परीक्षण
2030-2034: कॉम्बैट ट्रायल शुरू
2035: भारतीय वायु सेना के लिए उत्पादन