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मां हीराबेन के निधन के बाद भी अपने तय कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम, वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी

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अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन का 100 साल की उम्र में निधन हो गया। गांधीनगर के सेक्टर 30 में स्थित शमशान घाट पर बेहद सादगी से उनका अंतिम संस्कार किया गया। प्रधानमंत्री ने मुखाग्नि दी। मां के निधन के बाद भी प्रधानमंत्री ने पहले से तय अपने कार्यक्रमों को रद्द नहीं किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल जाने वाले थे। उन्हें कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करना था। मां के निधन के बाद भी उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द नहीं किया है। प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल नहीं गए। वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शामिल हुए। पीएम ने हरी झंडी दिखाकर वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना किया।
ममता बनर्जी ने जताया दुख
हावड़ा में आयोजित कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य नेता मौजूद रहे। ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की मां के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री, आज का दिन दुखद है। यह आपके लिए बहुत बड़ी क्षति है। मां की जगह कोई और नहीं ले सकता। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि वे आपको शक्ति दें। मैं आपका आभार व्यक्त करती हूं। आप पश्चिम बंगाल आने वाले थे। अपनी मां के निधन के कारण नहीं आ सके, लेकिन वर्चुअली जुड़े हैं।”
नरेंद्र मोदी के परिवार ने की यह अपील
नरेंद्र मोदी के परिवार ने हीराबेन की सेहत के लिए प्रार्थना करने के लिए लोगों को धन्यवाद कहा है। इसके साथ ही परिवार ने कहा है कि सभी से हमारा विनम्र अनुरोध है कि दिवंगत आत्मा को अपनी श्रद्धांजलि दें और अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम जारी रखें। हीराबा को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम
* हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।
* कोलकाता मेट्रो की पर्पल लाइन के जोका-तारातला खंड का उद्घाटन किया।
* डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय जल एवं स्वच्छता संस्थान (डीएसपीएम-निवास) का उद्घाटन किया।
* स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन के तहत पश्चिम बंगाल के लिए कई सीवरेज बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया।
* राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की।
* 990 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के तहत विकसित 7 सीवरेज बुनियादी ढांचा परियोजनाओं (20 सीवेज उपचार संयंत्र और 612 किमी नेटवर्क) का उद्घाटन किया।
* 1585 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के तहत विकसित होने वाली 5 सीवरेज बुनियादी ढांचा परियोजनाओं (8 सीवेज उपचार संयंत्र और 80 किमी नेटवर्क) की आधारशिला रखी।
* चार रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।


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