मालदा। राज्य सचिवालय नवान्न से ठीक एक दिन पहले ही तृणमूल सरकार के 15 साल के विकास कार्यों का रिपोर्ट कार्ड जारी करने के बाद, मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मालदा के गाजोल की जनसभा से फिर एक बार बीजेपी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला।
लक्ष्मी भंडार, स्वास्थ्य साथी, कन्याश्री समेत विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ किस तरह राज्यवासियों तक पहुंच रहा है उसका विस्तृत उल्लेख उन्होंने मंच से किया। साथ ही, केंद्र सरकार द्वारा राज्य का पैसा रोके रखने का आरोप लगाया।
केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया
मालदा जिले के गाज़ोल में आयोजित एंटी-एसआईआर रैली में केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि केंद्र राज्य को उसका अधिकार वाला पैसा नहीं दे रहा और GST के बाद अब सिगरेट टैक्स भी अपने पास रखने की कोशिश कर रहा है। ममता ने इसे ‘इमरजेंसी जैसा माहौल’ बताया। सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने गजोल में ट्रेन लाइन पूरी कर दी है। पहले यहां बाढ़ नियमित रूप से आती थी। आपको याद है न? मैं यहां वोट मांगने नहीं आई हूँ। मैं आपकी टेंशन दूर करने आई हूं. डरिए मत, निश्चिंत रहिए।
‘आज तुम सत्ता में हो, कल नहीं रहोगे’
मुख्यमंत्री ने यहां सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘केंद्र पैसे नहीं दे रहा है। अब सिर्फ एक टैक्स है, जीएसटी टैक्स। सारे टैक्स केंद्र ले लेता है। अब सुना है कि सिगरेट का टैक्स भी वे ले लेंगे। उन्होंने पूरे देश पर कब्जा कर लिया है, ये इमरजेंसी जैसा है। अगर इमरजेंसी लगाना चाहते हो तो याद रखो, तुम हमेशा सत्ता में नहीं रहोगे। आज तुम सत्ता में हो, कल नहीं रहोगे।
‘ गजोल की स्थानीय समस्या की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां गंगा में मिट्टी का कटाव बड़ा मुद्दा है। ड्रेजिंग ठीक से नहीं हो रही। हमने प्रोजेक्ट भेजे हैं, लेकिन उसके लिए फंड नहीं दे रहे। बिहार चुनाव से पहले बीजेपी ने 10 हजार का ऐलान किया था, और अब हजारों लोगों को बुलडोजर से बेघर कर रहे हैं। हम राजनीति नहीं करते, जिन्हें लक्ष्मी भंडार मिल रहा है, उन्हें जीवन भर मिलता रहेगा।
लक्ष्मी भंडार पर ममता ने कहा कि भविष्य में हम कुछ कर सकते हैं, लेकिन अभी कुछ नहीं कह रही हूं। मतलब आगे चलकर लक्ष्मी भंडार की राशि बढ़ाई जा सकती है। 100 दिनों के काम के लिए केंद्र ने फंड रोक दिया है, लेकिन वे मुझे झुका नहीं सकते. हम अपने पैसे से कर रहे हैं।
सांप्रदायिकता पर कही ये बात ममता
बनर्जी ने आगे कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश कर रही हैं। सुनिए, वक्फ कानून केंद्र ने बनाया है, हमने इसका विरोध किया और विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया था। मैं धार्मिक स्थलों पर उन्हें हाथ नहीं डालने दूंगी. शर्म नहीं आती आपको?
उठाया बीएलओ की मौत का मुद्दा
कितने लोग मारे गए? कब रुकोगे? इन पर तुम्हारा दिल नहीं पसीजता? अगर कोई बांग्ला में बोलता है तो उसे बांग्लादेशी कह देते हो। उठाया बीएलओ की मौत का मुद्दा उन्होंने बीएलओ की समस्याओं पर भी बात की। कहा, ‘मध्य प्रदेश में 9 बीएलओ मारे गए, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में बीएलओ मारे गए। बंगाल में 40 लोग मारे गए. इतनी जल्दी क्या थी? चुनाव से पहले जल्दबाजी में कर दिया. लोगों को तुम्हारे लिए तकलीफ झेलनी पड़ रही है।’
कोई बांग्लादेश नहीं जाएगा, शुरू होगा ये कैंप
बीएलओ की समस्याओं के बाद उन्होंने नागरिकता को लेकर हो रही दिक्कतों पर भी बात की। इस पर सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि सुना है आज सारे सर्वर डाउन हो गए हैं। वे धमकी भी दे रहे हैं. मैं सबको आश्वासन दे रही हूं। कोई बांग्लादेश नहीं जाएगा. हम 12 तारीख से ‘मे आई हेल्प यू’ कैंप शुरू कर रहे हैं। अगर कोई समस्या हो तो इन कैंपों में जाएं। मैं अपने टीएमसी कार्यकर्ताओं से कहूंगी कि लोगों की मदद करें।इसलिए SIR से डरिए मत। उन्होंने चालाकी से किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने किया है। लेकिन याद रखो, चालाकी से वो जीत नहीं सकते। अंत में उन्होंने लोगों को कहा कि अगर कोई धर्म के नाम पर कुछ फैलाने की कोशिश करे तो उसकी बात मत सुनिए। मैं आपके लिए हूं, जो मैं कहती हूं, वो करती हूं. बीजेपी पैसे नहीं देकर हमें हराने की कोशिश कर रही है। सोशल मीडिया पर एआई से झूठ फैला रहे हैं। मेरे चेहरे पर एआई से शब्द डालकर वीडियो बना रहे हैं. इन पर विश्वास मत कीजिए।