मूसेवाला मर्डर केस में 50 जगहों पर छापे : दिल्ली-एनसीआर, लॉरेंस और ताजपुरिया गैंग के गैंगस्टर्स की है तलाश
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए ) ने सोमवार को सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में 50 जगहों पर छापे मारे हैं। एनआईए की टीमें दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में कई ठिकानों में पहुंची हैं। यहां गैंगस्टर्स की तलाश की जा रही है। एनआईए के पास इनपुट्स हैं कि सिद्धू मूसेवाला मर्डर का कनेक्शन टेरर ग्रुप्स से है।
एनआईए ने इस केस में नीरज बवाना, लॉरेंस बिश्नोई और ताजपुरिया गैंग से जुड़े लोगों की लिस्ट तैयार की है। एजेंसी का कहना है कि कुछ गैंगस्टर्स जेलों से भी ऑपरेट कर रहे हैं।
सभी गैंगस्टर्स के आतंकियों से कनेक्शन का शक
केंद्रीय गृह मंत्रालय को शक है कि इन सभी गैंगस्टर्स के आतंकियों से कनेक्शन हैं। इन्हें सीमा पार पाकिस्तान से हथियार मुहैया करवाए जा रहे हैं। मूसेवाला के मर्डर में भी पाकिस्तान से आए हथियार यूज होने का शक है। इसके अलावा यह भी संदेह है कि आतंकियों के कहने पर यह देश में माहौल खराब कर सकते हैं और भारत में टारगेट किलिंग कर सकते हैं। सरकार ने इन संगठनों को आतंकी की लिस्ट में डाला है।
मई में हुआ मूसेवाला का मर्डर, 24 कातिलों के खिलाफ चार्जशीट
पहली एफआईआर में लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर नामजद किए गए। जिनमें गैंग का मुखिया लॉरेंस, कनाडा बैठा गैंगस्टर गोल्डी बराड़, बिक्रम बराड़, काला जठेड़ी, जसदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया, सचिन थापन, लॉरेंस का भाई अनमोल और लखबीर सिंह लंडा शामिल हैं। यह गैंग जेल के अलावा कनाडा, दुबई और पाकिस्तान से ऑपरेशन चला रहे हैं।
मूसेवाला का 29 मई को मानसा के गांव जवाहरके में कत्ल कर दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने 24 कातिलों के खिलाफ मानसा कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। इसमें एनकाउंटर में मारे शूटर मन्नू और रूपा का भी ब्यौरा है। इसमें विदेश बैठे गैंगस्टरों में अब गोल्डी बराड़ और लिपिन नेहरा शामिल है। वहीं इस चार्जशीट में 166 गवाह बनाए गए हैं। मुंडी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जल्द सप्लीमेंट्री चालान पेश करेगी।
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