सिलीगुड़ी महकमा में अस्पताल के सामने तड़पता रहा मरीज, नहीं किया गया भर्ती, तड़प-तड़प कर हुई मौत, परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा
सिलीगुड़ी। फांसीदेवा अस्पताल में फिर चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप सामने आया है. कल शाम बिजली की चपेट में आने से एक घायल व्यक्ति की अस्पताल परिसर में मौत से हड़कंप मच गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फांसीदेवा थाने की बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.
मालूम हो कि चटहाट निवासी मोसिर अली दोपहर को पेड़ काटने के दौरान करंट की चपेट में आ गया. गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति को परिजन उसे फांसीदेवा अस्पताल ले आये. आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने मरीज को बेड पर ले जाने से रोक दिया. बताया गया कि बेड खाली है या नहीं इसकी जांच करने के बाद ही उसे भर्ती किया जाएगा और मरीज काफी देर से बाहर पड़ा रहा. बाद में डॉक्टरों ने मोसिर अली को मृत घोषित कर दिया.
खबर सुनने के बाद चटहाट से सैकड़ों की संख्या में आम लोग अस्पताल में पहुंचे व उन्होंने अस्पताल में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि यदि पहले इलाज किया गया होता तो मरीज को बचाया जा सकता था। मोसिर के पिता मोहम्मद अब्दुल ने कहा कि अगर उनके बेटे को उचित इलाज मिलता तो उसे बचाया जा सकता था। हालांकि अस्पताल में ऐसा नहीं किया गया. बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया.
इस दिन, स्थानीय लोगों से खबर मिलने के बाद महकमा परिषद के सदस्य मोहम्मद ऐनुल हक अस्पताल पहुंचे। उन्होंने चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप भी स्वीकार किया। हालांकि, इस संबंध में अस्पताल अधिकारियों की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
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