छतरपुर। देश में टाइगर स्टेट का दर्जा रखने वाले मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में टाइगर की मौत हो गई। विभाग से मिली जानकारी अनुसार छतरपुर जिले के उत्तरवन मंडल क्षेत्र में विक्रमपुर नर्सरी के पास एक वयस्क बाघ पेड़ से लटका मिला है। देर रात उसके शिकार की आशंका जताई जा रही है। बाघ यहां कैसे आया, उसे लोहे के मजबूत तार से फंदे पर कैसे लटकाया गया, इसको लेकर मौके पर टीमें पड़ताल में जुटी हैं।
बाघ को फांसी के फंदे पर लटकाए जाने का अजीबो-गरीब मामला बुधवार सुबह सामने आया हैं। मप्र में पन्ना टाइगर रिजर्व से सटे छतरपुर जिले के जंगल में एक बाघ पेड़ से फंदे पर झूलता मृत अवस्था में मिला है। सुबह-सुबह इसकी जानकारी सामने आने पर वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। बाघ के शिकार की आशंका जताई जा रही हैं। यह इलाका वन्य प्राणियों के लिए सुरक्षित माना जाता है। बाघ विक्रमपुर नर्सरी के पास कैसे पहुंचा। पेड़ पर गाड़ी के क्लिच वायर का फंदा पेड़ पर कैसे लग गया। भारी-भरकम टाइगर जैसे प्राणी की गर्दन फंदे में कैसे फंस गई, इन बिंदुओं को खंगालने में विभाग जुटा हुआ है। बता दें कि दशकों बाद इस इलाके में किसी टाइगर के शिकार की आशंका जताई जा रही है। बुंदेलखंड इलाके में पन्ना टाइगर रिजर्व और नौरादेही अभयारण्य में टाइगर मौजूद हैं, लेकिन यह इलाके उनके लिए सुरक्षित माने जाते हैं।
मौके पर एक्सपर्ट व डॉक्टरों की टीमें जांच कर रही हैं
छतरपुर के उत्तरवन मंडल के जंगल में पेड़ से फंदे पर लटका टाइगर का शव मिला है। घटना सही है। मामले को लेकर अभी मौके पर टीमें पहुंची हैं। इस मामले में जांच की जा रही हैं। एक्सपर्ट व डॉक्टरों की टीम की पड़ताल के बाद स्पष्ट होगा कि शिकार हुआ है या दुर्घटना है। यहां टाइगर की मौजूदगी को लेकर जानकारी खंगाली जा रही है।
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