मालदा। अदरक के दाम महज दो सप्ताह में आसमान छूने लगा है। इससे मध्यम वर्ग बजट गड़बड़ा रहा है। पश्चिम बंगाल निर्यातक समन्वय समिति के राज्य सचिव उज्जल साहा ने सोमवार को कहा कि अदरक की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए पहले ही कई फैसले लिए जा चुके हैं।
गौरतलब हो कि 15 दिन पहले रथबाड़ी, आमबाजार मार्केट, मालदा इंग्लिश बाजार समेत कई बाजारों में अदरक की कीमत 100 रुपये थी। लेकिन अचानक से अदरक के दाम बढ़ गए हैं। मालदा शहर में इस समय अदरक का भाव 250 से 300 रुपए प्रतिकिलो है। नतीजतन, लोगों को 100 ग्राम अदरक खरीदने के लिए 25 से 30 रुपए चुकाने पड़ते हैं।
इस संबंध में पश्चिम बंगाल एक्सपोर्टर्स कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रदेश सचिव व जिला व्यवसायी उज्जल साहा ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत से अदरक नहीं आ रहा है। अदरक आमतौर पर भारत के विभिन्न हिल स्टेशनों में उगाया जाता है। लेकिन पहाड़ी इलाकों से भी अदरक मैदानी इलाकों में नहीं आ रही हैं। इसके अतिरिक्त मणिपुर में अशांति के कारण अदरक की कीमत में उछाल आया है। भविष्य में आम के बाग के नीचे अदरक की खेती करने की योजना बनाई गई है। खाद्य उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से भी चर्चा की गई है। इस बीच, अदरक की कीमत को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने पहले ही कई पहल की हैं। व्यापारियों से चर्चा कर अदरक के आयात पर फोकस कर अदरक के दामों को नियंत्रित करने की पहल की जा रही है।
Comments are closed.