नई दिल्ली।इंडियन प्रीमियर लीग ( आईपीएल) के 2022 सत्र का रोमांच 26 मार्च से शुरू हो रहा है। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टूर्नामेंट के शुरुआत से ठीक पहले कुछ अहम नियमों में बदलाव किए गए हैं। ये बदलाव कोविड-19, डीआरएस और सुपर ओवर से जुड़े हुए हैं।
कोविड-19 नियम
क्रिकबज के अनुसार, सबसे बड़ा बदलाव बीसीसीआई ने प्लेइंग कंडीशंस को लेकर किया है। यह टीम के कोविड-19 विस्फोट की वजह से मैदान पर नहीं उतर पाने को लेकर हुआ है। अगर महामारी की वजह (खिलाड़ियों के पॉजिटिव आने या पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आने की स्थिति में) 12 खिलाड़ियों (7 भारतीय नियम के साथ) वाली टीम नहीं हो पा रही है तो BCCI मैच को री-शेड्यूल कराने की कोशिश करेगी। अगर ऐसा संभव नहीं होता है तो यह मामला IPL की टेक्निकल कमिटी को भेजा जाएगा। वह ही इस पर अंतिम फैसला करेगी।
पहले क्या था: पहले अगर मैच शेड्यूल नहीं हो सकता था तो प्लेइंग इलेवन नहीं उतार पाने वाली टीम को हारा हुआ घोषित किया जाता। ऐसे में विपक्षी टीम को दो पॉइंट्स मिल जाते, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
मैच में 4 डीआरएस यानी हर पारी में 2
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) द्वारा जारी नए सुझावों का समर्थन करते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आईपीएल मैच में 4 डिसीजन रीव्यू सिस्टम यानी DRS करने का फैसला किया है। यानी हर पारी में दोनों टीमों को 2-2 DRS दिए जाएंगे।
सुपर ओवर में बदलाव से मुश्किल में टीमें
बोर्ड ने सबसे बड़ा बदलाव सुपर ओवर में किया। नए नियम के मुताबिक अगर प्लेऑफ/फाइनल में सुपर ओवर के जरिए टाई रोकना (यानी अगर सुपर ओवर किसी स्थिति में नहीं कराया जा सका या सुपर ओवर भी टाई रहे तो) संभव नहीं हुआ तो लीग मैचों के दौरान पॉइंट्स टेबल में टॉप पर रहने वाली टीम विनर होगी। यानी मैच में हिस्सा ले रही दोनों टीमों में जो टीम पॉइंट्स टेबल में ऊपर रही होगी उसे विजेता घोषित किया जाएगा।
न्यू बैट्समैन और कैच का नियम
BCCI ने मेरिलबोन क्रिकेट क्लब के कैच को लेकर बनाए गए नियम को भी मान्यता दी है। इसके अनुसार, अगर कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है तो हर परिस्थिति में नया बल्लेबाज स्ट्राइक लेगा। हां, अगर कैच ओवर की आखिरी गेंद पर लिया गया है तो स्ट्राइक बदली जाएगी।
टाई-ब्रेकर को लेकर भी नियम बदला
प्लेऑफ और फाइनल में टाई-ब्रेकर के नियम को भी बदला गया है। अगर किसी प्लेऑफ या फाइनल मैच में मुकाबला टाई होने के बाद सुपर ओवर नहीं हो पाता, या सुपर ओवर के बाद जरूरत पड़ने पर अगला सुपर ओवर नहीं हो पाता है, तो मैच के विनर का फैसला लीग स्टेज में दोनों टीमों के रिजल्ट के आधार पर किया जाएगा। मतलब जो टीम लीग स्टेज में अपनी विपक्षी से ऊपर रही होगी, उसे विजेता माना जाएग।
26 मार्च को होगा पहला मुकाबला
टूर्नामेंट का पहला मैच 26 मार्च को चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। अभी सिर्फ लीग मैचों के वेन्यू और तारीख सामने आए हैं। प्लेऑफ और फाइनल की स्थिति साफ नहीं की गई है। फाइनल मैच 29 मई को खेला जाना है।
लीग स्टेज के सभी मुकाबले महाराष्ट्र में होंगे
लीग स्टेज के सभी 70 मुकाबले महाराष्ट्र में खेले जाएंगे। 55 मैच मुंबई और 15 पुणे में होंगे। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम और डॉ. डीवाई पाटिल स्टेडियम में 20, जबकि ब्रेबोर्न स्टेडियम में 15 मैच खेले जाएंगे। बचे हुए 15 मुकाबले पुणे के MCA इंटरनेशनल स्टेडियम में होंगे। IPL की दो नई टीमें लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटन्स 28 मार्च से अपने अभियान का आगाज करेंगी। ये मैच भी वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा।
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