कोलकाता। रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्वभारती की ओर से नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्यसेन को जारी बेदखली की नोटिस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विरोध किया है। उन्होंने अपने एक कैबिनेट मंत्री और लोकल विधायक को विश्वभारती के एक्शन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को कहा है। उन्होंने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि यदि विश्वभारती बुल्डोजरभी भेजे तो धरने से नहीं उठना है। अमर्त्यसेन पर विश्वभारती परिसर में 13 डिसमिल जमीन को अवैध तरीके से कब्जाने का आरोप है।
इस संबंध में विश्वभारती ने पहले ही उन्हें नोटिस भेजा था। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को कैबिनेट की बैठक हुई थी। इसमें तय किया गया कि पार्टी विश्व भारती के फैसले का पुरजोर विरोध करेगी। बता दें कि बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन में नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्यसेन का आवास है। आरोप है कि अमर्त्यसेन को 1.38 एकड़ जमीन आवंटित है, जबकि उनके पास कब्जा 1.25 एकड़ जमीन पर है। साफ है कि उन्होंने 13 डिसमिल जमीन को अवैध तरीके से कब्जा लिया है।
इसे खाली कराने के लिए विश्वभारती ने पहले ही उन्हें नोटिस जारी किया था। बावजूद इसके, जमीन खाली नहीं करने पर अब विश्वभारती ने बल पूर्वक जमीन खाली कराने की चेतावनी दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सीएम ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर विस्तार से बातचीत किया। इस दौरान उन्होंने लोकल विधायक और एमएसएमई मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा को जिम्मेदारी दी। कहा कि इस प्रदर्शन में शिक्षा मंत्री ब्रत्य बशु और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम भी ज्वाइन करेंगे।
उन्होंने अपने मंत्रियों को साफ तौर पर कहा कि यदि शांति निकेतन यूनिवर्सिटी का बुल्डोजर भी आए तो धरने से नहीं हटना है। बताया जा रहा है कि उन्होंने मौके पर स्थानीय लोक गीत और संगीत के कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि इस धरने में छह व सात मई को गायक कबीर सुमन और पेंटर शुभप्रसन्ना भी ज्वाइन करेंगे। जानकारी के विश्वभारती ने इस जमीन को खाली कराने के लिए उन्हें 19 अप्रैल को ही नोटिस जारी किया है। उन्हें छह मई से पहले हर हाल में जमीन को खाली करने और ऐसा ना करने पर बुल्डोजर चलाकर अतिक्रमण ध्वस्त करने की चेतावनी दी है।