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असली मोबाइल ही खरीदें, धोखा न खाएं!, जानें नकली स्मार्टफोन पहचानने के आसान तरीके और जरूरी टिप्स

हर नए मोबाइल फोन के बॉक्स और डिवाइस दोनों पर IMEI नंबर का स्टीकर जरूर लगा होता है। IMEI (International Mobile Equipment Identity) नंबर 15 अंकों का एक यूनिक कोड होता है जो हर मोबाइल फोन को अलग पहचान देता. . .

हर नए मोबाइल फोन के बॉक्स और डिवाइस दोनों पर IMEI नंबर का स्टीकर जरूर लगा होता है। IMEI (International Mobile Equipment Identity) नंबर 15 अंकों का एक यूनिक कोड होता है जो हर मोबाइल फोन को अलग पहचान देता है। अगर आप किसी नए फोन का बॉक्स खोलते हैं और आपको बॉक्स या डिवाइस पर IMEI स्टीकर नजर नहीं आता, तो समझ लें कि कुछ गड़बड़ है। यह फोन नकली या चोरी का भी हो सकता है। असली फोन खरीदते समय हमेशा बॉक्स पर छपा IMEI नंबर और फोन में दिखने वाला IMEI नंबर मैच करें। इसके लिए फोन के कीपैड में *#06# डायल करें — स्क्रीन पर IMEI नंबर तुरंत दिखाई देगा।

  1. Sanchar Saathi Portal से करें वेरिफिकेशन

भारत सरकार ने मोबाइल उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए Sanchar Saathi Portal (sancharsaathi.gov.in) की शुरुआत की है। इस पोर्टल के जरिए आप यह वेरिफाई कर सकते हैं कि आपके फोन का IMEI नंबर असली है या नकली। यह पोर्टल खासतौर पर चोरी, गुम या नकली मोबाइल फोन की पहचान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार न बने।

  1. जानें कैसे करें फोन की असलियत की जांच

अगर आप किसी फोन की असलियत जांचना चाहते हैं, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. सबसे पहले अपने मोबाइल या लैपटॉप से sancharsaathi.gov.in वेबसाइट खोलें।
  2. यहां ‘Citizen Centric Services’ सेक्शन में जाएं।
  3. अब ‘Know Your Mobile (KYM)’ ऑप्शन पर क्लिक करें।
  4. इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें मोबाइल नंबर और कैप्चा भरना होगा।
  5. मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद OTP वेरिफाई करें।
  6. अब जिस फोन का आप सत्यापन करना चाहते हैं, उसका IMEI नंबर दर्ज करें और सबमिट कर दें।
  7. तुरंत मिल जाएगी फोन की असली जानकारी
    जैसे ही आप IMEI नंबर दर्ज करते हैं, पोर्टल पर आपके फोन की पूरी जानकारी सामने आ जाती है। इसमें फोन का ब्रांड, मॉडल, निर्माण कंपनी, स्टोरेज वेरिएंट आदि की जानकारी शामिल होती है। अगर यह जानकारी आपके फोन से मेल नहीं खाती, यानी फोन के मॉडल या कंपनी का नाम कुछ और दिख रहा है तो समझ लें कि आपका फोन नकली या रिफर्बिश्ड है।
  8. नकली फोन से बचने के अन्य तरीके
  • हमेशा अधिकृत डीलर, कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट या भरोसेमंद ई-कॉमर्स साइट से ही स्मार्टफोन खरीदें।
  • बहुत ज्यादा डिस्काउंट या “लिमिटेड टाइम ऑफर” जैसे ऑफर देखकर लालच में न आएं।
  • फोन खरीदते समय बिल और वारंटी कार्ड जरूर लें।
  • फोन का बॉक्स, चार्जर और अन्य एक्सेसरीज़ भी जांच लें कि वे ब्रांडेड हैं या नहीं।
  1. क्यों जरूरी है IMEI वेरिफिकेशन
  2. IMEI नंबर सिर्फ फोन की पहचान नहीं बताता, बल्कि चोरी या गुम होने पर पुलिस और नेटवर्क कंपनियों को फोन ट्रैक करने में मदद करता है। अगर आपके पास नकली IMEI वाला फोन है, तो यह नेटवर्क से ब्लॉक भी हो सकता है और बाद में इस्तेमाल लायक नहीं रहेगा। इसलिए फोन खरीदने से पहले IMEI वेरिफिकेशन करना बेहद जरूरी है।
  3. त्योहारी सेल के दौरान बाजार में असली और नकली फोन में फर्क करना मुश्किल होता है। लेकिन थोड़ी सतर्कता, Sanchar Saathi Portal का इस्तेमाल और IMEI नंबर की जांच करके आप खुद को धोखाधड़ी से बचा सकते हैं।