नई दिल्ली: आज धनतेरस है। काफी लोग आज के दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ मानते हैं। इस समय सोने और चांदी, दोनों धातुओं की कीमत आसमान पर है। सोने के मुकाबले चांदी में ज्यादा तेजी आ रही है। पिछली दिवाली से अब तक सोने ने 60% से ज्यादा और चांदी ने 70% से ज्यादा रिटर्न दिया है। ऐसे में निवेशक कंफ्यूज हैं कि उन्हें इस धनतेरस सोना खरीदना चाहिए या चांदी। हालांकि इसे लेकर जानकारों की अलग-अलग राय है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि इस समय यह पूछना कि कौन सी धातु ज्यादा फायदेमंद दिख रही है, यह उतना महत्वपूर्ण नहीं है। इससे ज्यादा जरूरी यह है कि हालिया उछाल के बाद कीमती धातुओं में और निवेश करना समझदारी का काम है या नहीं। यानी सोने और चांदी में तेजी के बाद भी क्या निवेशकों को इन कीमती धातुओं पर दांव लगाना चाहिए।
कहां पहुंची सोने की कीमत?
पिछले दो सालों में फिजिकल मार्केट में सोने का दाम दोगुना से भी ज्यादा हो गया है। वहीं, पिछले एक साल में सोने की कीमत में करीब 65 फीसदी का उछाल आया है। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 3200 रुपये बढ़कर 1,34,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। पिछले सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,31,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 3,200 रुपये उछलकर 1,34,200 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
पुराने गहने बदलवा रहे लोग
एक और चलन देखने को मिल रहा है कि लोग अपने पुराने सोने के गहनों को एक्सचेंज करके नए गहने खरीद रहे हैं। यह चलन खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में ज्यादा देखा जा रहा है। पुराने सोने को एक्सचेंज करने का चलन भी लोगों को नए गहने खरीदने का मौका दे रहा है। इससे उन्हें अपने पुराने गहनों का सही दाम मिल जाता है और वे अपनी पसंद के नए डिजाइन खरीद पाते हैं। यह छोटे शहरों और गांवों के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है, जहां नए सोने के गहने खरीदना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
आज धनतेरस पर सोना खरीदें या चांदी ? जानें कीमत और खरीदारी का शुभ मुहूर्त
नई दिल्ली: आज धनतेरस है। काफी लोग आज के दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ मानते हैं। इस समय सोने और चांदी, दोनों धातुओं की कीमत आसमान पर है। सोने के मुकाबले चांदी में ज्यादा तेजी आ रही है। पिछली दिवाली से अब तक सोने ने 60% से ज्यादा और चांदी ने 70% से ज्यादा रिटर्न दिया है। ऐसे में निवेशक कंफ्यूज हैं कि उन्हें इस धनतेरस सोना खरीदना चाहिए या चांदी। हालांकि इसे लेकर जानकारों की अलग-अलग राय है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि इस समय यह पूछना कि कौन सी धातु ज्यादा फायदेमंद दिख रही है, यह उतना महत्वपूर्ण नहीं है। इससे ज्यादा जरूरी यह है कि हालिया उछाल के बाद कीमती धातुओं में और निवेश करना समझदारी का काम है या नहीं। यानी सोने और चांदी में तेजी के बाद भी क्या निवेशकों को इन कीमती धातुओं पर दांव लगाना चाहिए।
कहां पहुंची सोने की कीमत?
पिछले दो सालों में फिजिकल मार्केट में सोने का दाम दोगुना से भी ज्यादा हो गया है। वहीं, पिछले एक साल में सोने की कीमत में करीब 65 फीसदी का उछाल आया है। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 3200 रुपये बढ़कर 1,34,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। पिछले सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,31,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 3,200 रुपये उछलकर 1,34,200 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
पुराने गहने बदलवा रहे लोग
एक और चलन देखने को मिल रहा है कि लोग अपने पुराने सोने के गहनों को एक्सचेंज करके नए गहने खरीद रहे हैं। यह चलन खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में ज्यादा देखा जा रहा है। पुराने सोने को एक्सचेंज करने का चलन भी लोगों को नए गहने खरीदने का मौका दे रहा है। इससे उन्हें अपने पुराने गहनों का सही दाम मिल जाता है और वे अपनी पसंद के नए डिजाइन खरीद पाते हैं। यह छोटे शहरों और गांवों के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है, जहां नए सोने के गहने खरीदना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
कम कैरेट के गहनों की भी मांग
कम कैरेट वाले गहनों की मांग बढ़ना एक बड़ा बदलाव है। पहले लोग ज्यादातर 22K या 24K सोने के गहने पसंद करते थे। लेकिन अब 18K और 14K के गहने भी लोगों को भा रहे हैं। इसका एक कारण यह भी है कि इन गहनों में हीरे या अन्य कीमती पत्थर लगाकर उन्हें और आकर्षक बनाया जा सकता है, और वे थोड़े सस्ते भी पड़ते हैं।
तेजी के बावजूद पहली पसंद है सोना
सोने के दाम बढ़ने के बावजूद, लोग त्योहारी सीजन में खरीदारी करने से कतरा नहीं रहे हैं। यह दिखाता है कि सोने को लोग आज भी एक सुरक्षित निवेश मानते हैं। खासकर जब दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितताएं बनी हुई हैं। लोग सोने को सिर्फ गहना नहीं, बल्कि एक ऐसी चीज मानते हैं जो मुश्किल समय में काम आती है।
क्या है एक्सपर्ट की राय?
इस धनतेरस सोना खरीदें या चांदी , इसे लेकर अलग-अलग एक्सपर्ट ने अलग-अलग राय दी है।
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (भावा सर्विसेज एलएलपी) पल्लव अग्रवाल ने बताया कि निवेशकों को इस दिवाली कीमती धातुओं में निवेश करते समय सतर्क रहना चाहिए। वे त्योहार के शुभ अवसर के लिए भौतिक सोना या चांदी खरीद सकते हैं और बड़े दांव लगाने से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि चांदी पर दांव लगाना बेहतर हो सकता है। लेकिन इसमें तेजी का प्रमुख कारण इंडस्ट्री डिमांड है। इसका कारण इसमें रिस्क भी है।
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP) और फाइनेंशियल रेडियंस के फाउंडर राजेश मिनोचा कहते हैं कि वैल्यूएशन के हिसाब से सोने की तुलना में चांदी एक अधिक आकर्षक निवेश बनी हुई है। मिनोचा सलाह देते हैं कि ईटीएफ या म्यूचुअल फंड एफओएफ के माध्यम से निवेश करना भौतिक धातुओं की तुलना में बेहतर है। काफी अधिक कुशल है, क्योंकि वे पारदर्शिता, तरलता और आसान भंडारण प्रदान करते हैं, हालांकि भौतिक सोना त्योहारी अवसरों के लिए उपयुक्त हो सकता है, ईटीएफ या म्यूचुअल फंड एफओएफ निवेश के लिए बेहतर ऑप्शन हो सकते हैं।
गिरावट पर खरीदें सोना
स्टॉक्सकार्ट के सीईओ का सुझाव है कि सोने की तेजी थोड़ी ज्यादा हो गई है। इसलिए निवेशकों को गिरावट पर सोना खरीदना चाहिए। डी-डॉलराइजेशन, भू-राजनीतिक जोखिमों और लंबी अवधि की महंगाई के डर से बचाव के लिए निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का 7% सोना और 8% चांदी में निवेश करना चाहिए।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजीत मिश्रा का मानना है कि वैश्विक अनिश्चितता के बीच सोने की चमक बनी रहेगी। तेज़ी और रिकॉर्ड ऊंचाई पर चल रहे सोने के भावों के बावजूद, यह अभी भी निवेशकों के लिए अवसर प्रदान कर रहा है और दिवाली पर पोर्टफोलियो में कुछ सोना जोड़ना एक अच्छा विचार हो सकता है।
गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में निवेश
कीमतें बढ़ने के कारण सोने और चांदी की भौतिक खरीदारी में कमी आने की उम्मीद है, लेकिन यह रुझान दिखाता है कि निवेशक सोने और चांदी ईटीएफ की ओर आकर्षित हो रहे हैं क्योंकि इसमें निवेश करना आसान है।
निवेशकों के बीच गोल्ड ईटीएफ की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फोलियो की संख्या में 42% की सालाना बढ़ोतरी हुई है। 31 अगस्त 2025 तक ये 80.33 लाख से ज्यादा थे, जबकि पिछले साल इसी अवधि में ये 56.60 लाख थे। अगस्त में फोलियो में महीने-दर-महीने 2% से ज्यादा या 1.64 लाख की बढ़ोतरी हुई।
आज सोना-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त
अगर आप धनतेरस के मुख्य दिन सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो खरीदारी करने के लिए एक लंबा समय अवधि शुभ मानी जाती है। खरीदारी का शुभ समय 18 अक्टूबर को दोपहर 12:18 बजे से 19 अक्टूबर को सुबह 6:24 बजे तक का है। इस अवधि के भीतर, कुछ विशेष चौघड़िया मुहूर्त हैं जिन्हें सोना, चांदी और अन्य कीमती चीजें खरीदने के लिए विशेष रूप से भाग्यशाली माना जाता है।