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उत्तर बंगाल में भारी बारिश का कहर, मिरिक में मौत का आंकड़ा पहुँचा 9, कई लापता, रोहिणी रोड बंद

सिलीगुड़ी। उत्तर बंगाल में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। निम्नचापके प्रभाव से पहाड़ी इलाकों में हालात भयावह होते जा रहे हैं। मिरिक, सुखिया, गयरकाटा, नागराकाटा समेत कई क्षेत्रों से भूस्खलन, मकान ध्वस्त और लोगों की. . .

सिलीगुड़ी। उत्तर बंगाल में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। निम्नचापके प्रभाव से पहाड़ी इलाकों में हालात भयावह होते जा रहे हैं। मिरिक, सुखिया, गयरकाटा, नागराकाटा समेत कई क्षेत्रों से भूस्खलन, मकान ध्वस्त और लोगों की मौत की खबरें सामने आ रही हैं।

प्राकृतिक आपदा से उत्तर बंगाल बेहाल

शनिवार शाम से लगातार बारिश के चलते मिरिक और आसपास के इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। कई इलाकों में सड़कें टूट गईं, पुल बह गए और पहाड़ों में जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। रोहिणी रोड, ऋषीखोला, पेडोंग जैसे इलाकों में सड़कों पर मलबा जमा हो गया है, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।

मृतकों की संख्या बढ़ी


पहले खबर आयी थी की दो लोगों की मौत हुई है, लेकिन मिरिक में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
जानकारी के अनुसार सुखिया में 4 लोगों की मौत हुई है। मिरिक से अब तक 7 शव निकाले जा चुके हैं। कई लोग लापता हैं, जिन्हें खोजने के लिए बचाव अभियान जारी है।

नदियों का रौद्र रूप

लगातार हो रही भारी बारिश से नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है । तिस्‍ता, तोर्सा, रायडाक और जलढाका नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। तिस्ता बाजार पूरी तरह पानी में डूब चुका है, और सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है।

पर्यटन प्रभावित, लोग फंसे:

दार्जिलिंग, मिरिक और कलिम्पोंग में बड़ी संख्या में पर्यटक फंसे हुए हैं। एक पर्यटक ने बताया: “शाम 7 बजे से बारिश शुरू हुई थी, जो पूरी रात जारी रही। रात 1:30 बजे के करीब चारों ओर अंधेरा था और बिजली कड़क रही थी। खिड़की के कांच से उसकी चमक दिखाई दे रही थी। पर बिजली की आवाज़ मानो आसमान फट रहा हो। हम पूरी रात नहीं सो सके। डर के मारे कांपते रहे।”

संपर्क टूटने की कगार पर

दार्जिलिंग-कलिम्पोंग और सिक्किम के बीच की सड़कें कट गई हैं। एनएच-10 (राष्ट्रीय राजमार्ग 10) बंद कर दिया गया है। दार्जिलिंग के बिशप हाउस के पास भी बड़ा भूस्खलन हुआ है, मलबा हटाने का काम चल रहा है। पुलिस, दमकल और बचाव टीमें मौके पर मौजूद हैं खतरे में पड़े घरों से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे और पहाड़ी ढलानों के पास रहने वाले लोगों से तुरंत स्थान खाली करने की अपील की है।

यात्रा से करें परहेज

पहाड़ी इलाकों की यात्रा से फिलहाल परहेज करें। मौसम विभाग और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। अपने स्थान पर सुरक्षित रहें और सतर्क रहें।