उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, अदालत ने दिया जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आदेश
सिलीगुड़ी। न्यायाधीश ने अदालत की अवमानना के आरोप में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया हैं। इतना ही नहीं सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के पश्चिम जोन 2 के एसीपी मनीष यादव को अस्पताल अधीक्षक संजय मल्लिक को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है। इस घटना के सामने आते ही अस्पताल में कोहराम मच गया।
हालांकि अस्पताल के अधीक्षक संजय मलिक ने सभी आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि अदालत से ऐसा कोई पत्र आया है या नहीं। मुझे इसका पता लगाना होगा।” सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट एसीपी मनीष कुमार यादव ने कहा, “मैंने सुना है कि न्यायाधीश ने निर्देश दिया है। लेकिन मुझे आदेश की कोई कॉपी नहीं मिली है। मैंने संबंधित थाने के अधिकारी से संपर्क किया है और अदालत के जीआरओ से संपर्क किया है, लेकिन कोई कॉपी प्राप्त नहीं हुआ है।”
पुलिस और अदालती सूत्रों के अनुसार सिलीगुड़ी से सटे माटीगाड़ा के बनियाखारी निवासी जया बर्मन ने इस साल मई में अपने पति नवद्वीप बर्मन और उनके परिवार के खिलाफ प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराई थी। ससुराल वालों की पिटाई व प्रताड़ना से महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे की अत्यधिक खून बहने से मौत हो गई थी। महिला द्वारा शिकायत दर्ज किए जाने के बाद, अदालत ने जांच कर रहे पुलिस अधिकारी से महिला के मेडिकल रिकॉर्ड जमा करने को कहा। उसके बाद पुलिस अधिकारी ने कई बार अस्पताल के अधिकारियों से संबंधित दस्तावेज मांगे, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें उपलब्ध नहीं कराया। जिला न्यायालय के न्यायाधीश देवप्रसाद नाग करीब डेढ़ माह तक अस्पताल प्रशासन से गुहार लगाने के बाद कोई जवाब नहीं मिलने पर नाराज हो गये। अदालत ने तब अधीक्षक को संबंधित दस्तावेज जांच पुलिस अधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया। लेकिन कोर्ट का आदेश नहीं मानने पर उन्होंने अस्पताल अधीक्षक के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
उन्होंने शीर्ष स्थानीय पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी के भी आदेश दिए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधीक्षक को गिरफ्तार कर 9 सितंबर को अगली सुनवाई से पहले कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
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