एबीवीपी ने रायगंज विश्वविद्यालय के कुलपति पर लगाया पीएचडी में भ्रष्टाचार करने का आरोप, मामले की जांच की मांग की
उत्तर दिनाजपुर। एबीवीपी के प्रदेश सचिव (उत्तर बंगाल) शुभब्रत अधिकारी ने रायगंज विश्वविद्यालय के सामने पत्रकार वार्ता कर पीएचडी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। मंगलवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के गेट के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में कार्यरत चार प्रोफेसरों ने पीएचडी में धोखाधड़ी की है। स्वपन पाइन, झूमू साहा, मुकुल साहा, संजीव मंडल और विश्वविद्यालय के यूजी सचिव दिबेंदु भट्टाचार्य को विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति अनिल भूइमाली द्वारा पीएचडी प्रदान किया गया।
शुभोब्रत अधिकारी ने दावा किया है कि यह अनैतिक है। इसके अलावा, एक बांग्लादेशी व्यक्ति एएसएम वैदुल्लाह को प्रोफेसर तापस पाल ने विदेश यात्रा कराने की शर्त पर विश्वविद्यालय में पीएचडी करने में मदद की। अनिल भूइमाली ने उनकी भी मदद की। इस आरोप के आधार पर शुभब्रत अधिकारी ने कहा कि पांचों प्रोफेसरों की पीएचडी रद्द करने की मांग उठाने के साथ ही इस भ्रष्टाचार की जांच के लिए सभी जरूरी कानूनी कदम उठाने की मांग की है।
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