ओवरलोडिंग गाड़ियों पर अब होगी कड़ी नज़र, डिस्ट्रिक्ट एंड रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक के बाद जिलाशासक ने दी जानकारी
सिलीगुड़ी। सर्किट हाउस में आज डिस्ट्रिक रोड सेफ्टी कमेटी की मासिक बैठक आयोजित हुई और इस बैठक में सड़क सुरक्षा के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा शुरू की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार खराब सड़के की मरम्मत, स्पीड ब्रेकर,डिवाइडर के अलावा अन्य कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में ने एक घोषणा भी कि, जिसके तहत घोषपुकुर टोल प्लाजा पर अब से ओवरलोडिंग गाड़ी पर नजरदारी रखने के लिए स्थाई रूप से एक टीम को रखा जाएगा। इस टीम का काम ओवरलोडिंग गाड़ियों पर नजरदारी एवं उनके ऊपर कार्यवाही करना होगा।
उल्लेखनीय है कि गत कुछ सप्ताह में सिलीगुड़ी में एक के बाद एक सड़क दुर्घटनाएं हो रही है, जिसमें लोगों की प्राण भी जा रही है। इसे देखते हुए आज यह बैठक आयोजित हुई।
बैठक के बाद जिला शासक ने बताया कि यह मासिक डिस्ट्रिक्ट एंड रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक थी, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान घोषपुकुर टोल प्लाजा पर ओवरलोडिंग गाड़ियों पर निगरानी रखने के लिए एक टीम रखने का निर्णय लिया गया है। जिला शासक एस पन्नमबलम से पूछने पर कि बीते कुछ दिनों में लगातार नेशनल हाइवे पर दुर्घटनाएं हो रही हैं, उसके लिए लोग लाइट न होने को जिम्मेदार मान रहे है। इस पर जिला शासक ने बताया कि कुछ नेशनल हाईवे पर लाइट की समस्या है। इसको लेकर वह लोग नेशनल हाईवे अथॉरिटी को प्रपोजल देंगे, क्योंकि नेशनल हाईवे पर लाइट लगाने को लेकर फंड की जरूरत पड़ती है। इसके लिए वह लोग पहले सर्वे का काम शुरू करेंगे। कौन कौन से हाईवे पर कितने लाइट की जरूरत है,इसके लिए सर्वे का काम शुरू होगा। उसके बाद प्रपोजल को अनुमति मिलने और फंड पास हो जाने के बाद नेशनल हाईवे पर लाइट लगाने का काम शुरू होगा।
जिला शासक एस पन्नमबलम ने बताये कि सब कुछ ठीक रहा तो अगले सप्ताह से नेशनल हाईवे पर लाइट लगाने के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया जाएगा। जिला शासक ने आगे बताया कि ऑटो,ई- रिक्शा को लेकर पुलिस प्रशासन के साथ अलग एक बैठक की जाएगी। वह रोड सेफ्टी का एक अलग मुद्दा है। ऑटो, ई- रिक्शा किस तरीके से आवाजाही करेगी और सड़क सुरक्षा को किस तरीके से मजबूत किया जाएगा, इसके लिए आने वाले समय में जल्दी एक बैठक भी की जाएगी।
Comments are closed.