कलयुगी बेटे ने बुजुर्ग माता पिता को घर से निकाला, संपत्ति पर किया कब्ज़ा, पुलिस की दिखी सराहनीय भूमिका
मालदा । कहते है कि बेटा बुजुर्ग माता-पिता का सहारा होता है, यानि बुढ़ापे की लाठी होता है , लेकिन दुखद बात यह है कि बुढ़ापे की लाठी के द्वारा ही बुढ़ापे को बेघर किया जा रहा है। मालदा में एक कलयुगी बेटे ने अपने बुजुर्ग पिता को घर से बाहर निकाल दिया ।
दरअसल ओल्ड मालदा थाना क्षेत्र की महिषाबाथान ग्राम पंचायत के बरकल गांव निवासी एक बेटे और उसकी पत्नी पर संपत्ति कब्जाकर बुजुर्ग माता-पिता को पीटने और उन्हें घर से बाहर निकालने का संगीन मामला सामने आया है। बीमार व असहाय वृद्ध दंपत्ति ने इस बारे में गुरुवार की सुबह ओल्ड मालदा थाने की पुलिस से संपर्क किया। पुलिस आरोपों की जांच शुरू कर दी और प्रारम्भिक जांच के बाद पुलिस ने आरोपी बेटे जाकिर हुसैन को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार 70 वर्षीय पीड़ित वृद्ध का नाम खुरशेद अली है और सबसे दुखद बात यह है कि उसकी पत्नी लकवाग्रस्त है। बुजुर्ग दंपति ने आज सुबह ओल्ड मालदा थाने में आकर अपने बेटे, बहू और एक अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी। इसके साथ ही पुलिस ने बुजुर्ग दंपत्ति को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की।
बुजुर्ग खुरशेद अली ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे और बहू ने उन्हें गुमराह किया और दो लाख रुपये नकद और पांच कट्टे जमीन अपने नाम लिखा ली। इस जमीन पर उनका पुराना घर है और वे वहां रहते हैं। उसका बेटा और उसकी बहू पिछले कुछ समय से उनके साथ मारपीट करने के साथ ही उन्हें तरह तरह से प्रताड़ित कर रहे थे। एक रिश्तेदार राबिया बेवा की मदद से उसके बेटे जाकिर हुसैन और बहू सबीना बीबी ने आज सुबह उसके घर पर ताला लगा दिया और उन्हें घर से बाहर कर दिया। इसके बाद वे लोग पुलिस से संपर्क किया।
ओल्ड मालदा थाने के आईसी ने घटना को खेदजनक बताते हुए कहा कि आरोपों के मद्देनजर बुजुर्ग दंपति को उनके घर वापस भेजने की व्यवस्था की गई है। आरोपी बेटे जाकिर हुसैन को हिरासत में लिया गया है।
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