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कोलकाता में शारीरिक प्रशिक्षण के दौरान बीएसएफ के उप कमांडेंट की गई जान, तृणमूल कांग्रेस के हो गये और अब लोकसभा के रास्ते राष्ट्रीय स्तर पर अपनी खामोशी तोड़ने की कोशिश में जुटे हैं। कोलकाता में शारीरिक प्रशिक्षण के दौरान बीएसएफ के उप कमांडेंट की गई जान, राजस्थान के रहने वाले थे

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कोलकाता । वैष्णवनगर इलाके में रविवार को प्रशिक्षण के दौरान सीमा सुरक्षा बल ( बीएसएफ ) के एक उप कमांडेंट की मौत हो गई। बीएसएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि बीएसएफ अधिकारियों समेत 25 कर्मी प्रशिक्षण ले रहे थे कि इस दौरान 78वीं बटालियन के कमान अधिकारी की मौत हो गई। बयान में कहा गया कि प्रशिक्षण के दौरान अजित सिंह तंवर (55) का संतुलन बिगड़ गया और वह जमीन पर गिर पड़े। बयान के अनुसार उन्हें बीएसएफ की एक एम्बुलेंस से एनटीपीसी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत अवस्था में लाया गया घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा।
वाक एंड रन कार्यक्रम का आयोजन
बीएसएफ के बयान के अनुसार 13 मार्च, 2022 को सुबह लगभग 0730 बजे 78 वीं वाहिनी की सीमा चौकी शोभापुर से वाहिनी मुख्यालय वैष्णवनगर तक वाक एंड रन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम कमांडिंग ऑफिसर, 78 वीं वाहिनी के उपस्थिति में आयोजित किया गया था, जिसमें बल के अधिकारी समेत कुल 25 कार्मिक शामिल थे।
शारीरिक प्रशिक्षण के दौरान हुई मौत
शारीरिक गतिविधि में शामिल जवानों की टोली जब वाहिनी मुख्यालय, वैष्णवनगर से लगभग 5-6 किलोमीटर पीछे थी, तब अजीत सिंह तंवर, डिप्टी कमांडेंट का अचानक संतुलन बिगड़ा और जमीन पर गिर गए और संभलने के बाद उन्होंने सीने मे दर्द की शिकायत की. उन्हें तत्काल कार्यक्रम मे शामिल बीएसएफ एम्बुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल मे भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के रहने वाले थे तंवर
बताते चले कि मृतक अजीत सिंह तंवर, राजस्थान के झुंझुनूं जिले के रहने वाले हैं। इनकी उम्र लगभग 55 वर्ष थी और इन्होंने 33 साल बीएसएफ की सेवा की, ये बहुत ही मजबूत कद काठी और हर्डल ( बाधा) दौड़ के अच्छे खिलाड़ी थे। इन्होंने बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर में कोच के रूप में भी अपना योगदान दिया है। ये अपने पीछे पत्नी और 02 पुत्र छोड़ गए हैं। उनके निधन से बीएसएफ परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। यह एकदम अचानक हुआ कि कोई पहले समझ ही नहीं पाया कि यह क्या हो गया, लेकिन जब अस्पताल पहुंच कर पता चला कि उनकी मौत हो गई है कि सभी स्तंभित रह गये।


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