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क्या छिड़ेगी एक और जंग ? ट्रंप को वापस चाहिए बगराम एयरबेस, तालिबान एयरबेस देने को तैयार नहीं

नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी बयानबाजी के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं। अक्सर ही वह कोई न कोई नई इच्छा जता देते हैं। गल्फ और मैक्सिको को अमेरिका में शामिल करने, ग्रीनलैंड को अमेरिका का. . .

नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी बयानबाजी के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं। अक्सर ही वह कोई न कोई नई इच्छा जता देते हैं। गल्फ और मैक्सिको को अमेरिका में शामिल करने, ग्रीनलैंड को अमेरिका का हिस्सा बनाने और कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की इच्छा जताने वाले ट्रंप ने अब एक और इच्छा जाहिर की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि उन्हें अफगानिस्तानमें स्थित बगराम एयरबेस वापस चाहिए। ट्रंप ने बगराम एयरबेस को वापस पाने की इच्छा जताते हुए कहा है कि वह इसके लिए कोशिश कर रहे हैं।

2021 में अमेरिका ने छोड़ा था बगराम एयरबेस

एक समय था जब अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस पर अमेरिका का कब्ज़ा था। उस समय अमेरिकी सेना की टुकड़ी अफगानिस्तान में तैनात थी। ट्रंप ने अपना पहला कार्यकाल खत्म होने से पहले अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने का आदेश दिया था। जुलाई 2021 में अमेरिकी सेना ने बगराम एयरबेस खाली कर दिया था। अब यह एयरबेस तालिबान (Taliban) के कब्ज़े में है।

ट्रंप को क्यों वापस चाहिए बगराम एयरबेस?

बगराम एयरबेस दुनिया के सबसे बड़े एयरबेसों में से एक है। जिस समय अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना तैनात थी, उस समय एशिया में अमेरिका के लिए यह सबसे अहम एयरबेस था। ट्रंप ने कुछ महीनों पहले दावा भी किया था कि अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने के बावजूद वह चाहते थे कि बगराम एयरबेस पर अमेरिका का ही कब्ज़ा रहे, लेकिन ऐसा संभव नहीं था। रणनीतिक लिहाज से बगराम एयरबेस की काफी ज़्यादा अहमियत इसलिए भी है क्योंकि इससे करीब एक घंटे की दूरी पर चीन (China) परमाणु हथियारों समेत अन्य कई घातक हथियार बनाता है। ट्रंप इसे एक बड़ा खतरा मानते हैं। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति चाहते हैं कि बगराम एयरबेस पर फिर से अमेरिका का कब्ज़ा हो जाए जिससे चीन के इन हथियाओं के ठिकाने पर नज़र रखी जा सके।

क्या छिड़ेगी एक और जंग?

एक समय पर अमेरिका ने तालिबान को पनपने में मदद की थी, लेकिन अब दोनों के संबंध काफी खराब हो गए हैं। ऐसे में तालिबान, अमेरिका को बगराम एयरबेस नहीं देगा। अगर ट्रंप चाहते हैं कि बगराम एयरबेस उन्हें वापस मिले, तो इसके लिए उन्हें कई हज़ार अमेरिकी सैनिकों को एडवांस हथियारों, फाइटर जेट्स और एयर डिफेंस सिस्टम्स के साथ अफगानिस्तान भेजना होगा। ऐसा होने पर अमेरिका और तालिबान के बीच जंग छिड़ सकती है।