यूनिवर्स टीवी डेस्क। पानी को लेकर दुनिया भर में कई किस्से और कहानियां कहे जाते हैं। उनमें से कुछ वैज्ञानिक कारणों की वजह से सही होते हैं जबकि कुछ के बारे में सिर्फ अंदाजा ही लगाया जाता है। लेकिन एक सवाल जो सबसे अहम है, वह कई बार उभर कर सामने आता है कि क्या पानी की भी एक्सपायरी डेट होती है, और अगर होती है तो कितने दिन तक होती है, और नहीं होती है तो क्या कारण है कि पानी खराब नहीं होता है।
बोतलों के ऊपर क्यों लिखा रहता है?
दरअसल, अब हर जगह पर पानी की बोतलों की बिक्री खूब होती है। शहर से लेकर गांव तक में भी पानी बोतलों में भरकर बेचा जाता है। पानी की बोतल पर एक्सपायरी डेट भी लिखी होती है। यही कारण है कि यह चर्चा पिछले काफी समय से छिड़ी हुई है कि अगर पानी की एक्सपायरी डेट नहीं होती तो बोतलों के ऊपर क्यों लिखा रहता है। इसका जवाब भी जान लीजिए।
पानी की बोतलों की एक्सपायरी डेट
असल में एक्सपर्ट्स का कहना है कि पानी की बोतलों पर जो एक्सपायरी डेट लिखी होती है, वह पानी की नहीं बल्कि पानी की बोतलों की एक्सपायरी डेट होती है। पानी की बोतलें प्लास्टिक की बनाई जाती हैं और एक निश्चित समय के बाद प्लास्टिक धीरे-धीरे पानी में घुलने लगती है। यही वजह है कि जिन बोतलों में पानी भरा जाता है, उन बोतलों के बारे में उसके ऊपर लिखा रहता है।
पानी की कोई एक्सपायरी डेट नहीं!
अब बात पानी की आती है कि क्या पानी की भी एक्सपायरी डेट होती है। इसका जवाब यह है कि नहीं, पानी की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती है। बस कई ऐसी प्रक्रियाएं हैं जिनके माध्यम से पानी का शुद्धिकरण हो जाता है। हालांकि यह जरूर बताया जाता है कि लंबे समय तक अगर पानी एक जगह रखा रहे तो उसे पीने से पहले उसको साफ या शुद्ध कर लेना जरूरी रहता है।