नई दिल्ली: रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने जॉन क्लार्क, मिशेल एच. डेवोरेट और जॉन एम. मार्टिनिस को ‘इलेक्ट्रिक सर्किट में मैक्रोस्कोपिक क्वांटम मैकेनिकल टनलिंग और ऊर्जा क्वांटाइजेशन की खोज के लिए’ 2025 का फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार देने का फैसला किया है. मंगलवार को उनके नामों का ऐलान किया गया. तीनों को 10 दिसंबर को आयोजित समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
कितनी होगी प्राइज मनी
नोबेल पुरस्कार समिति की तरफ से मंगलवार को कहा गया, ‘इस साल भौतिकी के नोबेल पुरस्कार ने क्वांटम क्रिप्टाग्राफी, क्वांटम कंप्यूटर और क्वांटम सेंसर सहित क्वांटम टेक्नोलॉजी की अगली पीढ़ी को विकास के मौके प्रदान किए हैं.’ तीनों ही विजेता अमेरिका के रहने वाले हैं. फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा प्रदान किया जाता है और इसमें कुल 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन या 1.2 मिलियन डॉलर की प्राइज मनी शामिल होती है, जो अक्सर कई विजेताओं के बीच बांटी जाती है.
फिजिक्स का नोबेल सबसे प्रतिष्ठित
नोबेल पुरस्कारों की स्थापना अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के जरिये से की गई थी. उन्होंने डायनामाइट के आविष्कार से जो कुछ भी कमाया उसे इन पुरस्कारों को समर्पित कर दिया था. साल 1901 से, कभी-कभार रुकावटों के साथ, ये पुरस्कार विज्ञान, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उपलब्धियों को प्रतिवर्ष मान्यता देते रहे हैं. अर्थशास्त्र को बाद में इसमें जोड़ा गया. नोबेल की वसीयत में फिजिक्स का जिक्र सबसे पहले किया गया था, जो शायद उनके समय में इस क्षेत्र की प्रमुखता को दर्शाता है. आज, फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार इस क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है.
अब तक कितने नोबेल
साल 1901 से 2024 के बीच 118 बार भौतिकी के क्षेत्र में यह सम्मान प्रदान किया जा चुका है. अब तक 226 वैज्ञानिकों को भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. स्टॉकहोम स्थित रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा इस वर्ष घोषित किया जाने वाला यह दूसरा पुरस्कार है. एक दिन पहले ही तीन वैज्ञानिकों को चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई. पिछले साल, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अग्रदूत जॉन हॉपफील्ड और जेफ्री हिंटन को मशीन लर्निंग के आधार स्तंभ बनाने में मदद के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था.
बुधवार को केमेस्ट्री का नोबेल
मैरी ई. ब्रुनको, फ्रेड रैमस्डेल और डॉ. शिमोन साकागुची को सोमवार को मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई. नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की कड़ी में बुधवार को केमेस्ट्री और गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र के विजेताओं के नाम घोषित किए जाएंगे. नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार की घोषणा 13 अक्टूबर को की जाएगी. पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा, जो इसके संस्थापक स्वीडिश उद्योगपति और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है. नोबेल की 1896 में इसी दिन मृत्यु हुई थी.