नई दिल्ली। पिछले साल जून में लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के बर्बर हमले के खिलाफ मोर्चे की अगुवाई करने वाले 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग अधिकारी कर्नल बिकूमल्ला संतोष बाबू को मंगलवार को मरणोपरांत महावीर चक्र प्रदान किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संघर्ष के दौरान ‘अनुकरणीय साहस’ का प्रदर्शन करने के लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाज़ा। यहां आयोजित एक समारोह में बाबू की पत्नी बी संतोषी और मां मंजुला ने पुरस्कार ग्रहण किया। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने शिरकत की।
चार अन्य सैनिकों, नायब सूबेदार नुदुरम सोरेन, हवलदार (गुन्नूर) के पलानी, नायक दीपक सिंह और सिपाही गुरतेज सिंह को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया । उन्होंने पिछले साल 15 जून को गलवान घाटी में हुए संघर्ष में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
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