गृह मंत्री ने हरिदासपुर में बीएसएफ जवानों के साथ किया भोजन, बढ़ाया मनोबल, कहा, देश की सुरक्षा मेरा बीएसएफ का जवान ही कर सकता है
कोलकाता। बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के हरिदासपुर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के साथ बैठकर दोपहर का भोजन किया। गृह मंत्री ने यहां जवानों के साथ बातचीत भी की और उनका हालचाल जाना। इससे पहले सीमा चौकी (बीओपी) हरिदासपुर में उन्होंने सीमा प्रहरी सम्मेलन में भी हिस्सा लिया और जवानों को संबोधित करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया।
गृह मंत्री ने यहां कहा कि बंगाल की सीमा हो, पंजाब की सीमा हो या गुजरात की सीमा हो जो अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ लगाई गई है वो सीमा की सुरक्षा नहीं कर सकती। देश की सुरक्षा मेरा बीएसएफ का जवान ही कर सकता है। शाह ने कहा कि आज मैंने देखा कि सुंदरवन जहां तीन नदियों का डेल्टा एरिया है, वहां मगरमच्छों के बीच घुसपैठ और तस्करी रोकने के लिए बीएसएफ के जवान 24 घंटे इस दुर्गम क्षेत्र में निगरानी करते हैं। ये जज़्बा और जुनून पूरे देश को सुरक्षित रखता है।
उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में पूरी सजगता से देश की सरहदों की रक्षा करने वाले बीएसएफ के जवानों को हर मुमकिन सुविधा देने के लिए मोदी सरकार संकल्पित है। प्रहरी सम्मेलन से पहले शाह ने हरिदासपुर में मैत्री संग्रहालय (म्यूजियम) का भी शिलान्यास किया। उन्होंने इस म्यूजियम के लिए चलचित्र का भी अवलोकन किया। अधिकारियों ने बताया कि इस संग्रहालय में 1971 में बांग्लादेश की मुक्ति के लिए भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में देश को मिली ऐतिहासिक विजय एवं इसमें बीएसएफ की वीरता को आम जनमानस से अवगत कराने के लिए मैत्री संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाएगा। इससे पहले गुरुवार सुबह बंगाल पहुंचने के बाद गृह मंत्री ने सबसे पहले उत्तर 24 परगना जिले में बीएसएफ की सीमा चौकी (बीओपी) हिंगलगंज पहुंचकर यहां भारत-बांग्लादेश सीमा की निगरानी के लिए दुर्गम सुंदरवन के जलीय इलाके में तैनात किए गए बीएसएफ के छह नए अत्याधुनिक फ्लोटिंग बार्डर आउट पोस्ट (एफबीओपी) का उद्घाटन किया।
फ्लोटिंग बीओपी सतलुज, नर्मदा, कावेरी, गंगा, साबरमती व कृष्णा का उद्घाटन के साथ शाह ने यहां एक बोट एंबुलेंस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान शाह ने कहा कि इस फ्लोटिंग बीओपी से सुंदरसन के दुर्गम क्षेत्रों में निगरानी को और बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि बीएसएफ की इन फ्लोटिंग सीमा चौकियों पर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बोट एंबुलेंस का शुभारंभ किया गया है। इससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में ये बोट एंबुलेंस बहुत सहायक सिद्ध होगी।
बता दें कि फ्लोटिंग बीओपी नदियों, बड़े नालों और समुद्र में चलने वाली पोस्ट है, जो एक जगह से दूसरी जगह जा सकती है। जलीय इलाके में स्थायी सीमा चौकी की बजाय बीएसएफ जहाज को ही पानी में तैरते बीओपी में तब्दील कर निगरानी करती है। गृह मंत्री ने इस दौरान दुर्गम सुंदरवन इलाके में भारत- बांग्लादेश सीमा से लगे अग्रिम इलाकों में बीएसएफ की सुरक्षा तैयारियों का भी जायजा लिया। इस मौके पर गृह मंत्री ने कहा- आज मैंने देखा सुंदरवन जहां तीन नदियों का डेल्टा एरिया है, वहां मगरमच्छों के बीच घुसपैठ और तस्करी रोकने के लिए 24 घंटे बीएसएफ की निगरानी रहती है। ये जज़्बा और जुनून पूरे देश को सुरक्षित रखता है।
इस दौरान गृह मंत्री के साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक, केंद्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके साथ ही गृह मंत्री के इस दौरे के दौरान बीएसएफ के महानिदेशक आइपीएस पंकज कुमार सिंह, बल के पूर्वी कमांड के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) आइपीएस योगेश बहादुर खुरानिया, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आइजी) आइपीएस डा अतुल फुलझेले समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
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