जलपाईगुड़ी। उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के विभिन्न चाय बागानों में करम पूजा की धूम देखी गयी। आदिवासी समाज के लोगों के साथ साथ हिन्दू व मुस्लिम धर्म के लोग भी करम पूजा में शामिल हुए। मंगलवार की रात करम पूजा के अवसर पर जलपाईगुड़ी जिले के राजगंज प्रखंड के शिकारपुर चाय बागान में फुटिंगा लाइन, दीपू लाइन, धोपरहाट, गणेश लाइन, संताल लाइन, न्यू डांगा लाइन और हाटखोला लाइन में विशेष उत्साह देखा गया।
राजगंज के विधायक खगेश्वर राय ,बेलाकोबा चौकी के ओसी बुद्धदेव घोष समेत काफी संख्या में लोग करम पूजा में शामिल हुए। गौरतलब है इलाके के लोग पारंपरिक करम पूजा को धूमधाम से करते हैं। यह पूजा आदिवासी ब्राह्मणों द्वारा की जाती है जो मंडप को सजाते हैं और करम के पेड़ की शाखाएं लाते हैं। रात भर धमसा मादल के ताल पर लोग नाचते गाते हैं। सात दिनों तक वे मांसाहारी भोजन करने के बाद आज उपवास करके इस व्रत का पालन करते हैं।
मूल रूप से यह पूजा कुंवारी लड़कियों के लिए है। लड़कियां लाल झालरदार साड़ी पहनती हैं और पूजा के लिए पानी से भरी और करम पेड़ की शाखाएं लाती हैं और उन्हें मंडप में सजाती हैं। फूटिंगा लाइन की पूजा समिति की ओर से यह पूजा पूर्वजों से की जाती रही है। मूल रूप से कुमारी बेटियां अपने भाई-बहनों के मधुर संबंध को बरकरार रखने के लिए यह पूजा करती हैं। फूटिंगा लाइन की इस पूजा का पांचवां वर्ष है। इसके अलावा सदर प्रखंड के डेंगुझार चाय बागान इलाके में हिंदू-मुस्लिम धर्म के साथ-साथ आदिवासी समुदाय के लोग भी करम पूजा में शामिल होते दिखे। उत्सव के दौरान कल रात भर नृत्य और संगीत का दौर चलता रहा।