कोलकाता। रविवार को विदेश से कोलकाता आये चार यात्री एयरपोर्ट पर कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। इसमें दो पुरुष हैं जिनकी उम्र क्रमशः 44 साल और 24 साल, 1 महिला 31 साल और एक 5 साल का बच्चा हैं। सोमवार को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे जाएंगे। उन्हें आईडीबीजी में भर्ती कराया जा रहा है। ऐसे में कलकत्ता से आई एक खबर ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। इससे पहले कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक जूनियर डॉक्टर ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टर के ओमिक्रॉन पॉजिटिव पाए जाने के बाद पश्चिम बंगाल में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या अब चार हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक, 21 वर्षीय जूनियर डॉक्टर ने बुखार की शिकायत की थी, जिसके बाद उनका टेस्ट किया गया। टेस्ट के बाद उनका सैंपल कोविड-19 परीक्षण और जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था, जहां शुक्रवार रात डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
जानकारी के मुताबिक, मरीज का कोलकाता के बेलेघाटा इनफेक्शियस डिजीज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. जूनियर डॉक्टर नदिया जिले के कृष्णानगर के रहने वाले हैं और उन्होंने हाल फिलहाल में कोई विदेशी यात्रा नहीं की है। पश्चिम बंगाल में ओमिक्रॉन का पहला मामला 15 दिसंबर को सामने आया था, जब अबू धाबी से लौटा एक 7 वर्षीय बच्चा इस नए वेरिएंट से संक्रमित पाया गया था.
वहीं, 23 दिसंबर को पश्चिम बंगाल में ओमिक्रोन के दो मामले सामने आए थे. इनमें से एक मरीज नाइजीरिया और दूसरा यूनाइटेड किंगडम से लौटा था। बंगाल सरकार ने ओमिक्रॉन की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए कोलकाता से सामने आए हर एक कोविड मरीज के सैंपल को जांच के लिए भेजने का फैसला किया है।
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