जमीन नहीं मिलने से बंगाल में रुकी 61 रेल परियोजनाएं, रेल मंत्री ने सीएम ममता पर लगया बड़ा आरोप, लिखा खत
नई दिल्ली । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भेजकर शिकायत की है कि जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण रेलवे की 61 प्रोजेक्ट रूके पड़े हैं. रेल मंत्री ने पत्र में लिखा है कि राज्य में विभिन्न रेल परियोजनाओं का काम जमीन संबंधी समस्या के कारण रुका हुआ है. पत्र में उन्होंने लिखा कि केंद्र देश के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए रेलवे के विस्तार को अधिक महत्व दे रहा है. फिलहाल पश्चिम बंगाल रेलवे के पास कुल 50 हजार 915 करोड़ के प्रोजेक्ट हैं. चालू वित्त वर्ष में इसके लिए 11 हजार 970 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं. लेकिन बंगाल में ज्यादातर रेलवे परियोजनाएं जमीन नहीं मिलने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रही हैं. इस संबंध में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भेजा.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बंगाल में रुकी हुई कुछ रेल परियोजनाओं की सूची भी भेजी है. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 61 रेलवे परियोजनाओं का काम भूमि अधिग्रहण से जुड़ी समस्याओं के कारण बाधित हो रहा है. इनमें से कई स्थानों पर रेलवे की भूमि अधिग्रहण के प्रयास किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली.
उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि ऐसी स्थिति में पश्चिम बंगाल सरकार को रेलवे परियोजना के लिए भूमि की समस्या को दूर करने में सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए. अश्विनी वैष्णव ने पत्र में यह भी लिखा कि चालू वर्ष में आवंटित बजट की राशि अब तक का सबसे अधिक आवंटन है.
रेल मंत्री के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के संबंध में पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा, ‘अगर रुकी हुई परियोजनाएं शुरू हो जाएं और रेल लाइनें जल्दी बिछाई जा सकें तो राज्य के लोगों को काफी फायदा होगा. इसीलिए रेल मंत्री ने यह पत्र लिखा है.
जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण अटका है रेलवे प्रोजेक्ट
राज्य में कई रेल परियोजनाएं रुकी हुई हैं. आरोप है कि जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण रेलवे प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पा रहा है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है.
पत्र में लिखा गया है कि राज्य में इस समय विभिन्न रेलवे परियोजनाओं पर कुल 50,915 करोड़ का काम चल रहा है. इसमें से वित्तीय वर्ष 2023-24 में बंगाल के लिए रिकॉर्ड 11,970 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है, लेकिन आवश्यक भूमि का अधिग्रहण नहीं होने के कारण अधिकांश परियोजनाएं आगे नहीं बढ़ पा रही हैं.
मालूम हो कि राज्य में फिलहाल 61 रेलवे परियोजनाएं चल रही हैं. जिनमें से 28 परियोजनाएं सिर्फ जमीन अधिग्रहण नहीं होने के कारण रुकी बताई जा रही हैं. हालांकि रेल मंत्री ने इस दिन पत्र लिखकर अनुरोध किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संबंधित विभाग को आवश्यक निर्देश दें. उन्होंने पत्र के साथ राज्य में अटकी 61 परियोजनाओं की सूची भी दी.
कई रेल परियोजनाओं में नहीं हो पा रहा है काम
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बार-बार कहा है कि जमीन विकास में बाधा नहीं बनेगी, लेकिन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के लिखे पत्र के मुताबिक, नामखाना-चंद्रनगर नई लाइन, चंदननगर बक्खाली नई लाइन, तारेकश्वर-धनियाखाली नई लाइन समेत कुल 61 परियोजनाएं अटकी हुई हैं.
रेल मंत्री ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस भूमि गड़बड़ी को दूर करने में सहायक भूमिका निभाने की अपील की है. उनका दावा है कि उन परियोजनाओं के लिए रेलवे लाइन की मंजूरी के मामले में जमीन पर प्रगति नहीं हो रही है. कहा जा रहा है कि दीघा-एगरा, जयनगर-रायदिघी जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं लंबित हैं.
गौरतलब है कि रेल मंत्रालय ने पत्र के साथ परियोजनाओं की दो सूचियां भी भेजी हैं. सबसे पहले, 41 नई रेल लाइन परियोजनाएं हैं. दूसरे में भी 20 प्रोजेक्ट नाम हैं. कथित तौर पर इनमें से कई जगहों पर रेलवे ने खुद जमीन खाली कराने की पहल की है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि बंगाल में चालू वर्ष का आवंटन अब तक का सबसे अधिक है.
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