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जलपाईगुड़ी में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच नियमों की अनदेखी कर चल रहे हैं प्राइवेट प्राइमरी स्कूल

जलपाईगुड़ी। देश में ओमिक्रॉन काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण जो विद्यालय खुले हुए है, राज्य सरकारें उनको भी बंद करने के विषय में सोच रही है। पश्चिम बंगाल में अभी तक प्राथमिक विद्यालयों को नहीं खोला गया. . .

जलपाईगुड़ी। देश में ओमिक्रॉन काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण जो विद्यालय खुले हुए है, राज्य सरकारें उनको भी बंद करने के विषय में सोच रही है। पश्चिम बंगाल में अभी तक प्राथमिक विद्यालयों को नहीं खोला गया है , लेकिन इस बीच सरकारी नियमों की अनदेखी कर जलपाईगुड़ी शहर में खुलेआम स्कूल के क्लास चलाये जा रहे हैं। कुछ इसी तरह  की तस्वीर सोमवार को जलपाईगुड़ी शहर में सामने आई। सरकारी नियमों की अनदेखी कर कक्षाओं में छात्रों की भीड़ देखी गई। पत्रकार के आते ही कक्षा का दरवाजा बंद कर दिया गया। यह दृश्य जलपाईगुड़ी शहर के बीचों बीच स्थित कामारपाड़ा प्राइवेट शिशुमंगल प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिला है। शिक्षकों का कहना था की परीक्षा चल रही है।
हालांकि अब सवाल फिर खड़ा हो गया है कि प्राइमरी स्कूल की परीक्षाएं इस समय कैसे कराई जा रही हैं। दूसरी ओर छात्रों के माता-पिता यह नहीं कह रहे हैं कि परीक्षा हो रही है। वहीँ  सवाल उठने लगा है कि सरकारी नियमों के अनुसार सभी प्राथमिक स्कूल बंद हैं, वहां निजी स्कूल कैसे खुले हैं।
इधर घटना की खबर मिलते ही जलपाईगुड़ी जिला प्राथमिक विद्यालय परिषद के अध्यक्ष लक्ष्य मोहन राय ने तुरंत डीआई को घटना की जांच करने का निर्देश दिया। बताते चले  कुछ दिन पहले जलपाईगुड़ी बहादुर थुटापाकारी क्षेत्र में सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय खोले गए थे और जैसे ही यह खबर प्रसारित जिला प्रशासन हरकत में आया और स्कूल ने पढ़ाना बंद कर दिया.