जुबीन गर्ग की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उनकी मौत स्वीमिंग के दौरान डूबने से हुई, पर पत्नी गरिमा ने सिंगर के मैनेजर पर इसमें शामिल होने का संदेह जताया है। गरिमा ने कहा कि जुबीन दवाइयों पर थे और दिन में सोते थे। उन्होंने सवाल किया कि शायद जुबीन को जबरन ले जाया गया।
असमिया सिंगर जुबीन गर्ग की मौत का मामला और गंभीर मोड़ लेता जा रहा है। अब इसमें एक नया खुलासा हुआ है। अभी तक कहा जा रहा था कि जुबीन की मौत सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान हुई, पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्वीमिंग के दौरान डूबना बताया गया है। उधर, जुबीन गर्ग की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने पति के मैनेजर पर संगीन आरोप लगाए हैं और उस पर शक जताया है। गरिमा का दावा है कि जुबीन को जानबूझकर स्कूबा डाइविंग के लिए जाने का दबाव डाला गया, जबकि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, और वह दवाइयों पर थे। गरिमा ने सवाल उठाया है कि जुबीन को दिन में सोने की आदत थी, तो फिर वह उस दिन क्यों और कैसे स्कूबा डाइविंग के लिए गए?
गरिमा गर्गने पति जुबीन गर्ग की मौत मामले की गहनता से जांच की अपील की है। साथ ही यह भी बताया कि जिस दिन जुबीन की मौत हुई, उससे एक रात पहले उनकी सिंगर से बात हुई थी और उन्होंने 19 सितंबर के प्लान के बारे में कुछ नहीं बताया। यानी साफ है कि उन्हें आगे के प्लान की कोई जानकारी नहीं थी। गरिमा ने हाल ही कहा था कि उन्हें जुबीन के साथ घटनास्थल पर मौजूद सभी लोगों पर शक है।
जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को हो गई थी मौत, ये थी वजह
जुबीन गर्ग सिंगापुर में 20 सिंतबर को होने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में हिस्सा लेने गए थे, पर एक दिन पहले यानी 19 तारीख को ही उनकी स्कूबा डाइविंग के वक्त मौत हो गई थी। जुबीन की मौत के कारण सारे इवेंट्स कैंसिल कर दिए गए। सिंगर को स्वीमिंग के दौरान सांस लेने में तकलीफ हुई थी और तबीयत बिगड़ गई। जुबीन को जब अस्पताल ले जाया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पत्नी गरिमा को जुबीन के मैनेजर शक, उठाए ये सवाल
अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्वीमिंग के दौरान डूबना बताया गया है, पर जुबीन की पत्नी ने उनकी मौत में मैनेजर सिद्धार्थ का हाथ बताया है। से बातचीत में गरिमा गर्ग ने बताया कि जुबीन अपने पिछले टूर की वजह से थक गए थे, उसके बावजूद उन्हें अचानक पिकनिक और स्वीमिंग के लिए ले जाया गया। वह बोलीं, ‘जब उनके मैनेजर वहां मौजूद थे, तब उनका ध्यान क्यों नहीं रखा गया? हमने अपने क्लचरल आइकन को खो दिया है।’
मौत से एक रात पहले जुबीन से फोन पर की थी बात
गरिमा ने आगे बताया कि उन्होंने जुबीन गर्ग से आखिरी बार उनकी मौत से एक रात पहले 18 सितंबर की रात को बात की थी। बातचीत में जुबीन ने कहीं भी पिकनिक के किसी प्लान का जिक्र नहीं किया था। इससे यह संकेत मिलता है कि जुबीन को भी इस घटना की जानकारी नहीं थी।
गरिमा बोलीं- जुबीन दिन में सोते थे, शायद जबरदस्ती पिकनिक पर ले गए
गरिमा ने आगे कहा, ‘वह (जुबीन गर्ग) आमतौर पर दिन में सोते हैं। हो सकता है कि उन्हें जबरन ले जाया गया हो। वह दवाइयां भी ले रहे थे। मुझे तो यह भी नहीं पता कि उन्हें दवाइयां दी गईं या नहीं।’ गरिमा गर्ग ने बताया कि जब उन्होंने मैनेजर सिद्धार्थ से पूछा कि क्या हुआ, तो उन्होंने बताया कि जुबीन को पहली बार पानी के अंदर दौरा पड़ा था।
गरिमा बोलीं- जुबीन गर्ग को हार्ट की समस्या नहीं थी
गरिमा बोलीं, ‘जुबीन को कभी हार्ट की कोई समस्या नहीं थी। जब उन्हें हार्ट अटैक आया, तो वह एक मिनट में वापस आ गए थे। मैं सचमुच शॉक में थी।’ गरिमा गर्ग ने बताया कि परिवार ने जुबीन के फोटो और वीडियो मांगे तो मना कर दिया गया। गरिमा ने अब इस केस में क्लैरिटी और इंसाफ की मांग की है।
कानून पर भरोसा, चाहिए इंसाफ
गरिमा फिर बोलीं, ‘कई बातें हो सकती हैं। यह स्कूबा डाइविंग से हुई मौत नहीं थी। जांच जारी है और हम सभी जानना चाहते हैं कि असल में क्या हुआ था। मुझे कानून पर भरोसा है। असम के मुख्यमंत्री इसे गंभीरता से ले रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमें जल्द ही न्याय मिलेगा।’