तस्करी का अनोखा तरीका : ताबूत में छिपाकर की जा रही थी गांजे की तस्करी, 64 किलो गांजा के साथ महिला सहित 4 गिरफ्तार
सिलीगुड़ी। पुलिस और तस्करों के बीच आँख मिचोली का खेल चलता ही रहता है। पुलिस एक तरफ जहां तस्करों को पकड़ने की कोशिश में लगी रहती है, तो दूसरी तरफ तस्कर तस्करी के लिए अजब गजब तरीके अपनाते है, ताकि वे बच सकें। एंबुलेंस, कचरे की गाड़ी, गैंस टेंकर, शौचालय की टंकी आदि में तस्करी की बात सामने आ चूकी है, लेकिन यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि अब शव वाहन के अंदर ताबुत से भी तस्करी हो रही है। पुलिस ने गांजा तस्करी की बड़ी खेप शव वाहन से बरामद की है।
अनोखे तरीके से कॉफीन के अंदर छिपाकर गांजे की तस्करी के मंसूबे को राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के अधिकारियों ने नाकाम कर दिया है। घटना में एसटीएफ ने 64 किलो गांजा जब्त करने के साथ ही एक महिला समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एंबुलेंस को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार लोगों के नाम समीर दास, अपूर्व डे, पप्पू मोदक और सरस्वती दास हैं। इन सभी का घर कूचबिहार जिले के दिनहाटा में है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एंबुलेंस का मालिक और ड्राइवर समीर दास भी शामिल है। अपूर्ब डे दिनहाटा में एक प्राइवेट ट्यूटर है। एंबुलेंस के अंदर कॉफीन में से 18 पैकेटों में 64 किलो गांजा बरामद किया गया।
पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को फूलबाड़ी इलाके में एसटीएफ पहले से अलर्ट पर थी। सुबह करीब 11 बजे जब एंबुलेंस इलाके में पहुंची तो उसमें छापा मारते ही गांजा बरामद हुआ। प्रारंभिक जांच में एसटीएफ को पता चला कि जब्त गांजा को त्रिपुरा के अगरतला से बिहार के बेगूसराय भेजा जा रहा था। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक तस्करों से बिहार स्थित उनके गिरोह के कई सदस्यों के मोबाइल नंबर भी जुटाए गए हैं। न्यू जलपाईगुड़ी थाना पुलिस ने कुछ धाराओं के तहत पकड़े गए लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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