सिलीगुड़ी। कहते है की जंगली जानवर आदमखोर होते है, क्योंकि आमतौर पर जंगल में जानवर अपने भोजन का शिकार करते हैं। कभी अगर उनके रास्ते में इंसान आ जाए तो उसे भी मार कर खा जाते है। लेकिन लगता है कि इंसान ही जानवरखोर हो गया है, क्योंकि वह ऐसे जंगली जानवरो को मार कर खा जा रहा है, जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। हकीकत में इंसान इतना गिर चुका है कि अपने फायदे के लिए जानवरों को भी नहीं छोड़ रहा है। सिलीगुड़ी में एक बहुत ही हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें तीन लोगों को एक तेंदुए खाल व पंजों के साथ गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने हाल ही में एक तेंदुए का शिकार किया था। फिर वे सभी तेंदुए का मांस पकाकर खा गए और उसकी खाल एवं नाख़ून को चोरी छिपे नेपाल तस्करी की फ़िराक में थे।
सवाल उठता है की क्या ये ख़ुद को इंसान कह सकते हैं? तेंदुआ को मार कर उसका मांस खान जाए। आपको बता दें की सिलीगुड़ी महकमे के घोषपुकुर वन विभाग एवं एसएसबी ने अभियान चलाकर तेंदुए की खाल व पंजों के साथ तीन तस्करों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। गुप्त सूचना के आधार पर सिलीगुड़ी के घोषपुकुर खोरीबाड़ी रोड पर एक मोटरसाइकिल को रोक कर उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों के पास से तेंदुए की खाल और पंजे बरामद किये गए । आरोपियों से पूछताछ से एक और व्यक्ति के इस गोरखधंधे में जुड़े रहने का खुलासा हुआ। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया । पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने पहले एक तेंदुए का शिकार किया था। फिर वे सभी तेंदुए का मांस पकाकर खा गए और उसकी खाल एवं नाख़ून को चोरी छिपे नेपाल तस्करी की फ़िराक में थे।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार इसी दौरान वन विभाग व पुलिस को इसकी भनक लगी और अभियान चलाकर पुलिस ने तीनों को धर दबोचा। शनिवार को सभी आरोपियों को सिलीगुड़ी कोर्ट ले में पेश किया गया। मगर जिस प्रकार से यह घटना सामने आयी है, सवाल उठना लाजमी है की क्या इंसान जानवर बनते जा रहा है ।
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