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दिल्ली के बाद अब बॉम्बे हाईकोर्ट में बम की धमकी, दोनों परिसर खाली कराए गए, तलाशी जारी

मुंबई। शुक्रवार सुबह एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल भेजे गए। इस गंभीर मामले के बाद दोनों हाईकोर्ट परिसरों को खाली करा. . .

मुंबई। शुक्रवार सुबह एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल भेजे गए। इस गंभीर मामले के बाद दोनों हाईकोर्ट परिसरों को खाली करा लिया गया है और बम स्क्वॉड समेत सुरक्षा एजेंसियों ने सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

दिल्ली हाईकोर्ट को मिला धमकी भरा ईमेल

दिल्ली हाईकोर्ट को भेजे गए ईमेल में दावा किया गया कि कोर्ट रूम में तीन बम रखे गए हैं और दोपहर 2 बजे तक परिसर को खाली कर देने की चेतावनी दी गई है।

ईमेल के सब्जेक्ट में लिखा गया था:
“पवित्र शुक्रवार विस्फोटों के लिए पाकिस्तान-तमिलनाडु की मिलीभगत”

धमकी में 1998 के पटना ब्लास्ट को दोहराने की बात कही गई है और यह भी बताया गया कि यह एक अंदरूनी साजिश है, जिससे यह हमला पहले किए गए किसी फर्जी दावे की तरह न लगे।

मेल में विवादित और भड़काऊ बातें

ईमेल में एक कथित शिया मुस्लिम युवक डॉ. शाह फैसल का नाम लेते हुए उसे पाकिस्तान की ISI से जोड़ा गया है, साथ ही एक विवादास्पद बयान में DMK के नेताओं और उनके परिवार को भी निशाने पर लेने की धमकी दी गई है।

मेल में यह भी कहा गया कि –

  • “दिल्ली हाईकोर्ट के जज के चैंबर में नमाज के बाद धमाका होगा”
  • “देश की सेक्युलर राजनीति को प्रभावित करने की साजिश है”
  • “कुछ नेताओं पर एसिड अटैक किया जाएगा”
  • “आईईडी डिवाइस का डिफ्यूजिंग कोड” किसी कथित व्यक्ति से संपर्क कर मिलने की बात कही गई

बॉम्बे हाईकोर्ट में भी मचा हड़कंप

दिल्ली के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट को भी धमकी भरा ईमेल मिला, जिसके तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने कोर्ट परिसर को खाली करा लिया। वकीलों, जजों और कोर्ट स्टाफ को बाहर निकाला गया है। बम स्क्वॉड मौके पर है और हर कोर्ट रूम, चैंबर और गलियारे की कड़ी तलाशी ली जा रही है

अब तक की कार्रवाई

  • दोनों हाईकोर्ट में तलाशी अभियान जारी
  • संदिग्ध ईमेल की जांच साइबर क्राइम यूनिट को सौंप दी गई है
  • मेल में जिन नामों, मोबाइल नंबर और ठिकानों का ज़िक्र है, उन्हें क्रॉस वेरिफाई किया जा रहा है
  • पुलिस और खुफिया एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है

नागरिकों में डर फैलाने का प्रयास

इस तरह की धमकियां न केवल देश की न्याय व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश हैं, बल्कि आम नागरिकों में डर फैलाने का प्रयास भी करती हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं और जल्द ही सच सामने आने की उम्मीद की जा रही है।

नोट: मेल में किए गए सभी दावे और नाम अभी जांच के दायरे में हैं। किसी भी प्रकार की पुष्टि या दोषारोपण से पहले आधिकारिक जांच रिपोर्ट का इंतजार करें।