कोलकता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न शहरों में इस साल दुर्गा पूजा की थीम चंद्रयान-3 होगा. लैंडर विक्रम पर मां भवानी विराजेंगी. विधाननगर के बीजी ब्लॉक रेजिडेंट्स एसोसिएशन के 39वें खूंटी पूजा का आयोजन किया गया. चंद्रयान-3 को उत्तरी कोलकाता के खूंटी पूजा में देखा गया. क्लब के सदस्यों ने चंद्रयान का मॉडल उड़ाकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग का जश्न मनाया.
यह दुर्गा पूजा का 62वां साल है. मंडप पुराने घर जैसा बनाया जाएगा. क्लब के सदस्यों के मुताबिक उनके अनुरूप ही प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है. इस दिन चंद्रयान 3के मॉडल को ड्रोन की मदद से उड़ाकर इसरो वैज्ञानिकों को बधाई और शुभकामनाएं दी गईं. विधाननगर के बीजी ब्लॉक रेजिडेंट्स एसोसिएशन की पूजा 39वें वर्ष में प्रवेश कर गई है. खूंटी पूजा के दिन थीम और थीम म्यूजिक जारी किया गया है.
चंद्रयान-3 की थीम पर बनेगा पूजा पंडाल
कोलकाता के साथ-साथ-साथ रेलवे शहर चित्तरंजन में दुर्गा पूजा के लिए चंद्रयान 3 के अभियान को थीम के रूप में चुना गया है. मंडप बनाने का काम शुरू हो चुका है. यहां लॉन्चर व्हीकल यानी रॉकेट के साथ करीब 60 फीट का विशाल मंडप बनाया जाना है, जिसमें चंद्रयान के तीन अभियानों के विभिन्न पहलू सामने आएंगे. चित्तरंजन की सिमजुरी सार्वजनिक पूजा समिति ने दुर्गा पूजा के मंडप के लिए ऐसी थीम चुनी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडप बेकार पड़े सामान से बनाया जाएगा.
हालांकि, चंद्रयान अभियान इससे ज्यादा ध्यान खींच रहा है. इस थीम को चंद्रयान 3 के लॉन्च के बाद पूजा समिति के सदस्यों ने चुना था. शांतिनिकेतन की कलाकार झूलन महतारी को मंडप बनाने का काम दिया गया है.
जुलाई में पूजा समिति के संस्थापकों और कलाकारों ने यह थीम तय की थी. लेकिन चंद्रयान अभियान की सफलता के बाद कलाकार के मन में सोच बदल गई. आयोजक जिस मंडप के निर्माण के बारे में सोच रहे हैं उसमें चंद्रयान तीन अभियानों के सभी मुद्दों को भी उजागर करना चाहते हैं.
मंडप में कही जाएगी चंद्रयान-3 की सफलता की कहानी
पूजा मंडप में चंद्रमा की धरती पर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग, रोवर की बुद्धिमत्ता आदि को उजागर किया गया है. सबसे पहले यह तय किया गया कि मंडप चंद्रयान के प्रक्षेपण यान यानी रॉकेट की तरह ही बनाया जाएगा. अंदर अंतरिक्ष यात्रियों के मॉडल बनाए जाएंगे,
लेकिन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद इन्हें भी पवेलियन में प्रदर्शित किया जाएगा. कलाकार ने कहा कि उन्होंने जो जिम्मेदारी उठाई है उसे सफल बनाने के लिए वे विभिन्न विचारों पर विचार कर रहे हैं, लेकिन शुरुआत में जो विचार शुरू हुआ था, इसरो का मिशन सफल होने के बाद उसमें और भी कई विचार जुड़ गए.
दूसरी ओर, सिमजुरी सार्वजनिन पूजा समिति के एक उद्यमी ने कहा, “हमने सोचा था कि चंद्रयान की प्रतिकृति बनाकर ही हमारा मंडप पूरा होगा, लेकिन हमारे मन में कुछ नये विचार आये. हम उन्हें मंडप में प्रदर्शित करेंगे.
Comments are closed.