अलीपुरद्वार। मोबाइल स्क्रीन से लोगों का ध्यान हटाकर उनमें किताबों के प्रति रुचि पैदा करने अलीपुरद्वार में बुक शॉपिंग मॉल की स्थापना की जाएगी। तीन मंजिला शॉपिंग मॉल में सिर्फ किताबें और किताबें ही उपलब्ध होगी। इस आधुनिक विचार के पुरोधा है डॉ. पर्थ साहा।
अलीपुरद्वार के इस बुक शॉपिंग मॉल का नाम “बोई महल” अर्थात किताब महल रखा गया है। गौरतलब है अलीपुरद्वार पश्चिम बंगाल का एक सीमांत जिला है। कई आवश्यक व उपयोगी किताबें यहाँ उपलब्ध नहीं होती हैं। महत्वपूर्ण किताबों के लिए लोगों को कोलकाता भागना पड़ता है। लेकिन अब जिले के लोगों को इस स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। सभी तरह की किताबें यहाँ उपलब्ध होंगी। आम तौर पर जब शॉपिंग मॉल की बात आती है तो लोग समझते हैं कि एक ही छत के नीचे सब कुछ उपलब्ध होना। बुक शॉपिंग मॉल भी अब उसी तर्ज पर बन रहा है।
किताब प्रेमी शिक्षक पार्थ साहा ने पुस्तक शॉपिंग मॉल बनाने की पहल की है। एक छत के नीचे पुस्तकों का संग्रह होगा। शिक्षक डॉ पार्थ साहा का कहना है ” इसे करने की इच्छा लंबे समय से थी। जब मैं उच्च शिक्षा में संलग्न था तो मुझे एक किताब के लिए कोलकाता दौड़न पड़ता था। इसलिए मैंने एक बुक शॉपिंग मॉल बनाने पर विचार किया। यह एक पहल है ताकि लोग किताब की दुनिया की ओर लौट सके।
” उन्होंने यह भी कहा कि बोई महल संस्कृति का केंद्र होगा। यहाँ पुस्तकों का प्रकाशन , साहित्यिक संवाद जैसे कार्यक्रम होंगे। बोई महल उत्तर के लेखकों को सम्मानित करेगा। इस बीच उद्घाटन से पहले बुक मॉल में पुस्तक प्रेमियों की भीड़ उमड़ रही है। वे हाथ में शॉपिंग मॉल जैसा बैग लेकर अपनी पसंदीदा किताबें खरीद रहे हैं। पुस्तक प्रेमियों का कहना है कि अलीपुरद्वार में बुक मॉल एक अनूठा विचार है।
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