नागपुर के चार मंदिरों में ड्रेस कोड लागू :मंदिर महासंघ बोला- श्रद्धालु कटी-फटी जीन्स और स्कर्ट जैसै कपड़े पहनकर मंदिर में न आएं
मुंबई। महाराष्ट्र के नागपुर में चार मंदिरों में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। महाराष्ट्र मंदिर महासंघ ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गोपालकृष्ण मंदिर (धंतोली), संकटमोचन पंचमुखी हनुमान मंदिर (बेलोरी-सावनेर), बृहस्पती मंदिर (कानोलीबारा) और हिलटॉप दुर्गामाता मंदिर (मानवतानगर) इन मंदिरों में अब आपत्तिजनक कपड़े पहनने पर एंट्री नहीं दी जाएगी।
मंदिरों की पवित्रता की रक्षा करना उद्देश्य
महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के कोऑर्डिनेटर सुनील घनवट ने कहा कि मंदिर के बाहर पोस्टर भी लगाए गए हैं। जिसमें लिखा है कि कटी फटी जीन्स, स्कर्ट जैसै आपत्तिजनक कपड़े पहनकर मंदिर में न आएं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य मंदिरों की पवित्रता की रक्षा करना है। पहले भी कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध करेंगे की वे सरकार के नियंत्रण वाले मंदिरों में भी ड्रेस कोड लागू करें।
तुलजा भवानी मंदिर में नियम लागू करने पर हुआ था हंगामा
कुछ दिन पहले यानी मई की शुरुआत में उस्मानाबाद जिले के तुलजा भवानी मंदिर ने भी आपत्तिजनक कपड़ों पर रोक लगाने की कोशिश की थी। लेकिन इस फैसले के बाद हंगामा शुरू हो गया था। इसके चलते कुछ ही घंटों में आदेश वापस लेना पड़ा था।
अलीगढ़ के मंदिर में ड्रेस कोड पर भक्त खुश, बोले-मंदिर आए हैं दर्शन करने… न कि कपड़े दिखाने
अलीगढ़ के गिलहराजजी मंदिर के महंत योगी कौशल नाथ ने 17 मई को फरमान जारी किया था। उन्होंने मंदिर परिसर में मुस्लिमों के प्रवेश को वर्जित किया था। हिंदुओं के लिए भी ड्रेस कोड लागू किया था। इसमें कटे-फटे जींस और महिलाओं को छोटे कपड़े, जींस और स्कर्ट पहनकर आने पर प्रतिबंध लगाया गया था।
मथुरा के मंदिर में ड्रेस कोड; लिखा- मंदिर में मर्यादित वस्त्र ही डालकर आएं, पुजारी बोले- मर्यादा बनाए रखें
मुजफ्फरनगर के बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड का बोर्ड लगाने के बाद मथुरा के वृंदावन में भी इस तरह का मामला सामने आया था। यहां के राधा दामोदर मंदिर में श्रद्धालुओं से मर्यादित कपड़े पहन कर ही आने की अपील की गई थी। इस बोर्ड की वजह से मंदिर चर्चा में आ गया था।
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