काठमांडू/नई दिल्ली | 11 सितंबर 2025:. नेपाल में हाल ही में भड़की हिंसा के दौरान जेल से फरार हुए 30 कैदियों को भारतीय सीमा पर गिरफ्तार कर लिया गया है। सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने इन कैदियों को सीमा पार करते वक्त दबोच लिया। पकड़े गए 17 कैदी उत्तर प्रदेश, जबकि शेष 13 कैदी बिहार और पश्चिम बंगाल से पकड़े गए हैं।
यूपी में रातभर चली छापेमारी
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर, बहराइच और बलरामपुर जिलों में सुरक्षा बलों ने रातभर अभियान चलाकर फरार कैदियों को पकड़ा। नेपाल से कैदियों के भागने की सूचना बुधवार दोपहर मिलते ही भारतीय सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।
सीमा चौकसी बढ़ाई गई
नेपाल में हिंसा की स्थिति को देखते हुए भारत ने अपनी सीमा पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है ताकि कोई भी अवैध रूप से देश में प्रवेश न कर सके। सशस्त्र सीमा बल ने कहा है कि सभी सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
नेपाल में फंसे भारतीयों को निकालने की कवायद तेज
तेलुगु समुदाय के नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष फ्लाइट की योजना
नेपाल में जारी हिंसा के बीच आंध्र प्रदेश के 217 नागरिकों की सुरक्षा के लिए राज्य और केंद्र सरकार सक्रिय हो गई हैं। राज्य सरकार के मंत्री नारा लोकेश ने जानकारी दी कि इन लोगों को निकालने के लिए काठमांडू से नई दिल्ली के बीच विशेष उड़ान की योजना बनाई गई है।
अब तक 133 लोग काठमांडू एयरपोर्ट पर पहुंचाए गए
मंत्री लोकेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि अब तक 133 नागरिकों को काफिले की सुरक्षा में एयरपोर्ट पहुंचाया जा चुका है, जबकि 43 अन्य के जल्द पहुंचने की उम्मीद है।
पोखरा और सिमिकोट से निकासी अभियान
- सिमिकोट से 12 तेलुगु नागरिकों को लेकर एक विशेष उड़ान रवाना हो चुकी है।
- 22 अन्य नागरिक सड़क मार्ग से सुरक्षित लौट चुके हैं।
- वहीं, पोखरा से एक चार्टर विमान के जरिए 10 लोगों को काठमांडू लाया जाएगा, जो वहां से इंडिगो की उड़ान से भारत आएंगे।
नेपाल में फंसे भारतीयों की स्थिति
राज्य सरकार के अनुसार, नेपाल में फंसे 217 तेलुगु नागरिकों का स्थान इस प्रकार है:
- 173 – काठमांडू
- 22 – हेटौडा
- 10 – पोखरा
- 12 – सिमिकोट (नेपाल-चीन सीमा के पास)
सरकार ने भारतीय दूतावास, नेपाली प्रशासन और केंद्र सरकार के साथ मिलकर इस निकासी अभियान को गति दी है।