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पंचायत चुनाव के पहले सरगर्म हुई बंगाल की राजनीति, केंद्रीय मंत्री जॉन बारला के घर का तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया घेराव

जलपाईगुड़ी। पंचायत चुनाव के पहले बंगाल की राजनीति गरमा गयी है। तृणमूल और भाजपा के टकराव तेज हो गया है। इसी कड़ी में मांगें पूरी नहीं होने पर तृणमूल चाय मजदूर संघ ने फिर से धरना प्रदर्शन शुरू किया। बुधवार. . .

जलपाईगुड़ी। पंचायत चुनाव के पहले बंगाल की राजनीति गरमा गयी है। तृणमूल और भाजपा के टकराव तेज हो गया है। इसी कड़ी में मांगें पूरी नहीं होने पर तृणमूल चाय मजदूर संघ ने फिर से धरना प्रदर्शन शुरू किया। बुधवार से 6 दिनों तक तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता संघ केंद्रीय मंत्री के घर के सामने धरने पर बैठें।
जलपाईगुड़ी जिले के बालुरघाट ब्लॉक के लक्षीपाड़ा चाय बागान में केंद्रीय मंत्री जॉन बारला के घर का घेराव किया गया। तृणमूल कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक यह आंदोलन 1 मार्च से 6 मार्च तक जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के श्रमिक संगठन आईएनटीटीयूसी के नेता भी बारला के घर के सामने धरने और विरोध में शामिल हुए थे। आज के धरना मंच में INTTUC के जिलाध्यक्ष राजेश लाकड़ा, श्रमिक नेता राजू गुरुंग व अन्य मौजूद थे। बकाया भविष्य निधि, बकाया छात्रवृत्ति समेत कई मांगों को धरना प्रदर्शन किया गया।
पंचायत चुनाव से पहले विपक्षी भाजपा खेमे पर दबाव बनाने के लिए तृणमूल एक के बाद एक कार्यक्रम कर रही है। हालांकि बानरहाट में केंद्रीय राज्य मंत्री होने के बावजूद माना जा रहा है कि भाजपा का जनाधार ज्यादा मजबूत नहीं है। INTTUC के राजेश लाकड़ा ने मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि बजट में चाय मजदूरों के लिए कुछ नहीं है। पीएफ नहीं मिल रहा है, 58 साल में सेवानिवृत्ति नहीं होने दी जाएगी, चाय बागान के छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं मिल रहा, क्योंकि केंद्रीय बजट में चाय शब्द का जिक्र तक नहीं है।

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