नई दिल्ली। पंजाब के आईपीएस अधिकारी हरचरण सिंह भुल्लर एक बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं। उन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया है। यह मामला कथित तौर पर 8 लाख रुपये की मांग से शुरू हुआ था। लेकिन बाद में उनके पास से 5 करोड़ रुपये कैश, लग्जरी गाड़ियां, सोने के आभूषण और महंगी घड़ियों सहित भारी मात्रा में अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ। भुल्लर भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। आरोपी IPS अधिकारी वर्तमान में पंजाब में रोपड़ रेंज में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के पद पर तैनात हैं।
धनकुबेर निकले डीआईजी
अधिकारियों ने बताया कि भुल्लर के आवास पर छापेमारी के दौरान करीब पांच करोड़ रुपये कैश, 1.50 किलोग्राम आभूषण, अचल संपत्तियों के दस्तावेज, दो लग्जरी वाहनों की चाबियां, 22 लग्जरी घड़ियां, लॉकर की चाबियां, 40 लीटर विदेशी शराब, एक डबल बैरल बंदूक, एक पिस्तौल, एक रिवॉल्वर और एक एयरगन सहित गोला-बारूद बरामद किया गया।
भुल्लर को फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ के एक कबाड़ कारोबारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद मोहाली स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया गया था। कारोबारी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर उसके खिलाफ 2023 की FIR को खत्म करने के लिए रिश्वत की मांग करने का आरोप लगाया था।
सीबीआई अधिकारियों ने चंडीगढ़ सेक्टर 40 स्थित भुल्लर के आवास पर छापेमारी की। गिरफ्तारी के बाद भुल्लर को चंडीगढ़ स्थित सीबीआई कार्यालय ले जाया गया। किरशानु नामक एक बिचौलिए को भी गिरफ्तार किया गया। सीबीआई अधिकारियों ने उसके पास से 21 लाख रुपये बरामद किए।
आज दालत में पेश किया जाएगा
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई द्वारा दर्ज FIR के अनुसार, शिकायतकर्ता आकाश बत्ता ने आरोप लगाया कि डीआईजी भुल्लर ने उनके खिलाफ सरहिंद में दर्ज 2023 FIR को खत्म करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि उसके कबाड़ व्यवसाय के खिलाफ आगे कोई बलपूर्वक या प्रतिकूल पुलिस कार्रवाई नहीं की जाएगी, अपने बिचौलिए के माध्यम से रिश्वत की मांग की थी।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि भुल्लर मासिक भुगतान की मांग कर रहे थे, जिसे ‘सेवा-पानी’ कहा जाता है। भुगतान न करने की स्थिति में उसे व्यापार से संबंधित आपराधिक झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी थी। शिकायत के सत्यापन से पता चला कि भुल्लर ने अपने बिचौलिए के माध्यम से बत्ता से प्राथमिकी को खत्म करने तथा उसके कबाड़ व्यवसाय के खिलाफ आगे कोई पुलिस कार्रवाई न हो यह सुनिश्चित करने के लिए आठ लाख रुपये की मांग की थी।
कई अहम पदों पर कर चुके हैं काम
गिरफ्तारी के बाद, भुल्लर को चंडीगढ़ स्थित सीबीआई कार्यालय ले जाया गया। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2007 बैच के अधिकारी भुल्लर रोपड़ संभाग के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने यह पद नवंबर 2024 में ग्रहण किया था।
रोपड़ संभाग में मोहाली, रूपनगर और फतेहगढ़ साहिब जिले शामिल हैं। भुल्लर पंजाब के पूर्व DGP एम.एस. भुल्लर के पुत्र हैं। अपने पूरे करियर के दौरान, भुल्लर ने पटियाला रेंज के डीआईजी, सतर्कता ब्यूरो के संयुक्त निदेशक और जगराओं, मोहाली, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, खन्ना, होशियारपुर और गुरदासपुर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित कई पदों पर कार्य किया है।
उन्होंने 2021 में शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स से जुड़े एक मामले की जांच करने वाली एक विशेष जांच टीम का भी नेतृत्व किया था। इसके अलावा, भुल्लर पंजाब सरकार की नशा-रोधी पहल ‘युद्ध नाशियां विरुद्ध’ में भी सक्रिय रूप से शामिल रहे।