नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और उनकी पत्नी पायल अब्दुल्ला फिर सुर्खियों में हैं। कोर्ट ने पायल अब्दुल्ला को अंतरिम गुजारा भत्ता देने का फैसला दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को अपनी तलाकशुदा पत्नी पायल अब्दुल्ला को डेढ़ लाख रुपये देने का आदेश दिया है। साथ ही उमर अब्दुल्ला को दोनों बेटों जमीर और जहीर की पढ़ाई के लिए 60-60 हजार रुपये भी देने होंगे। 2011 में तलाक के बाद से ही गुजारा भत्ते का मामला कोर्ट में चल रहा था। निचली अदालत ने उमर को 75 हजार रुपये गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था। कोर्ट के इस फैसले को पायल अब्दुल्ला ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।
ओबेरॉय होटल में शुरू हुई थी लव स्टोरी
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और उनकी पत्नी पायल नाथ की प्रेम कहानी बड़ी दिलचस्प है। राजनीति में आने से पहले उमर अब्दुल्ला ओबेराय होटेल ग्रुप में मार्केटिंग एग्जेक्युटिव थे। पायल नाथ भी दिल्ली के ओबेरॉय होटल में काम करती थी। दोनों की पहली मुलाकात दिल्ली में हुई। पहली नजर का प्यार परवान चढ़ा। एक सितंबर 1994 को उमर और पायल ने शादी कर ली।
पायल के पिता सेना में मेजर जनरल रहे
सिख फैमिली की पायल अब्दुल्ला शादी से पहले नाथ सरनेम लिखती थी। उनके पिता रामनाथ भारतीय सेना में मेजर जनरल भी रह चुके हैं। मेजर जनरल रामनाथ मूल रूप से लाहौर की रहने वाले थे। बंटवारे के बाद उनकी फैमिली भारत आई थी। पायल और उमर की अंतर धार्मिक शादी का खुले तौर से किसी ने विरोध नहीं किया मगर कश्मीरी पंडित इससे खुश नहीं थे। पायल भी जल्द ही अब्दुल्ला फैमिली में घुलमिल गईं। ससुर फारुक अब्दुल्ला और सास मौली अब्दुल्ला से उनके रिश्ते सहज ही रहे। फारुक अब्दुल्ला और मौली ने भी 1967 में लव मैरिज की थी। शादी से पहले मौली क्रिश्चियन थीं।
कश्मीर की जनता में पॉपुलर थी उमर और पायल की जोड़ी
जब दोनों की शादी हुई तब जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगा था। 1996 में विधानसभा चुनाव के दौरान उमर अब्दुल्ला कश्मीर की राजनीति में दिलचस्पी लेने लगे। 1998 में जब उमर पहली बार लोकसभा चुनाव में कूदे और सबसे कम उम्र के सांसद बने। तब चुनाव प्रचार के दौरान यह जोड़ी हर जगह सार्वजनिक तौर पर नजर आने लगी। चुनावी सभाओं में मौजूदगी के कारण पायल अब्दुल्ला पूरे कश्मीर में पॉपुलर हो गईं । उन्होंने खुद को कश्मीरी परिवेश में ढाल लिया।
2011 में अलग हो गई जोड़ी, 17 साल बाद तलाक
कपल के दो बच्चे हुए। जमीर और जहीर। पायल दोनों बच्चों के साथ दिल्ली में सेटल हो गईं। सीएम बनने के बाद उमर कश्मीर की राजनीति में मशगूल हो गए। हर सप्ताह फैमिली से मिलने दिल्ली आने वाले उमर राजनीति में व्यस्त हो गए। करीब 17 साल तक चले उमर अब्दुल्ला और पायल के प्यार के किस्से का द एंड 2011 में हुआ। खुद उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर अपने तलाक की जानकारी दी। 2016 के बाद से बच्चे भी पायल के साथ दिल्ली में रहने लगे। जमीर और जहीर अभी वकालत की पढ़ाई कर रहे हैं।
बिजनेस वुमन हैं पायल, मिनरल वॉटर ब्रैंड की है मालकिन
उमर अब्दुल्ला और पायल का तलाक तो बिना शोरगुल के हुआ मगर गुजारा भत्ता का विवाद कोर्ट में पहुंचते ही सुर्खियों में आ गया। निचली अदालत में लंबी सुनवाई चली। निचली अदालत ने गुजारा भत्ता के लिए जो रकम तय की, उससे पायल सहमत नहीं थी। उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट ने गुजारा भत्ते की रकम डबल कर दी। पायल खुद भी पेशे से एंटरप्रेन्योर हैं। वह दिल्ली में ट्रैवल बिजनेस ऑपरेट करती हैं। इसके अलावा हिमाचल के कुल्लू मनाली हाईवे के पास उनका मिनरल वॉटर पैकेजिंग प्लांट है। उनके बच्चे वकील हैं और दिल्ली में पायल के साथ ही रहते हैं। बच्चों की बॉन्डिंग पिता से भी मजबूत है। उमर आए दिन बच्चों के साथ फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं।
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