जोधपुर। भारत और पाकिस्तान में नफरत पुरानी है लेकिन इस आंधी में सरहद पार प्यार के फूल भी खिले हैं। कई ऐसे प्रेमी है जो दोनों देशों के दुश्मनी नाम एक-दूजे पर दिल हारे हैं, कारन कि दिल कभी सरहदों को नहीं मानता है। प्रेम में दिल हारने वाली एक पाकिस्तानी दुल्हन को अपने ससुराल भारत आने का इंतज़ार था, जो अब पूरा होने जा रहा है।
जोधपुर के युवक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर ऑनलाइन निकाह पढ़ने वाली पाकिस्तान के मीरखास की युवती उरूज फातिमा को वीजा मिल गया है। अब वह ईद के बाद अपने ससुराल जोधपुर पहुंचेगी। ससुराल में उसके स्वागत की तैयारियां चल रही है।
सिविल कांट्रेक्टर भाले खान मेहर के पोते मुज्जमिल खान का निकाह 2 जनवरी, 2023 को वीडिेयो कॉन्फ्रेंसिंग पर ऑनलाइन पाकिस्तान के मीरखास की युवती उऊज फातिमा से हुआ। इस अनूठे निकाह में न बारात गई और न ही बैंडबाजा। दूल्हा अपने परिवार और मित्रों के साथ जोधपुर में स्क्रीन के सामने बैठा और उधर, दुल्हन अपने परिवार के साथ पाकिस्तान में बैठी। निकाह की सारी रस्में ऑनलाइन हुईं। निकाह होने के बाद रजिस्ट्रेशन की कार्रवाई के बाद दुल्हन ने वीजा के आवेदन किया। भाले खान मेहर ने बताया कि सप्ताह भर पहले वीजा मिल गया। अब दुल्हन ईद के बाद वाघा बॉर्डर से जोधपुर पहुंचेगी।
कोविड का प्रभाव
भारत-पाकिस्तान को पश्चिमी सीमा से जोड़ने वाली थार एक्सप्रेस कोविड काल से ही बंद है। पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र में काफी रिश्तेदारियां हैं। बारात भी थार एक्सप्रेस से ही जाती थी, लेकिन अब वाघा बॉर्डर से जाना काफी महंगा पड़ता है। कोविड काल के बाद पश्चिमी राजस्थान की सीमा से पाक आना-जाना बंद है। बदली हुई स्थिति में ऑनलाइन निकाह की स्वीकार्यता बढ़ गई है। अब ऑनलाइन निकाह के बाद वीजा के लिए एप्लाई किया जाता है और वीजा मिलते ही दुल्हन अकेली ससुराल पहुंच जाती है।
Comments are closed.