जोहान्सबर्ग। आज 22 नवंबर है। पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर हैं। इस दौरान वह जी-20 समिट में भाग लेंगे। युद्ध समाप्त करने के अमेरिकी प्रस्ताव पर उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने शुक्रवार को साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में जी-20 लीडर्स समिट के दौरान मुलाकात की। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
प्रेस रिलीज में आगे कहा गया, ‘दोनों नेताओं ने 2020 में रिश्ते को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदलने के बाद पिछले पांच सालों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग के गहरे और अलग-अलग तरह के होने पर खुशी जताई।प्रधानमंत्री अल्बनिज ने भारत में हाल ही में हुए आतंकी हमले पर अपनी एकजुटता दिखाई। नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ ग्लोबल लड़ाई को मजबूत करने का वादा किया।’
दोनों नेताओं ने राजनीतिक और स्ट्रेटेजिक संबंधों, डिफेंस और सिक्योरिटी, एनर्जी, ट्रेड और इन्वेस्टमेंट, ज़रूरी मिनरल्स, टेक्नोलॉजी, मोबिलिटी, एजुकेशन और लोगों के बीच मेलजोल जैसे कई एरिया में आपसी सहयोग को और गहरा करने के तरीकों पर बात की। प्रधानमंत्रियों ने आपसी चिंता के क्षेत्रीय और ग्लोबल मामलों पर भी अपने विचार शेयर किए।
अपनी मीटिंग के दौरान पीएम मोदी और पीएम अल्बनिज ने कहा कि रेगुलर हाई-लेवल मीटिंग्स ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रिश्तों को काफी बढ़ावा दिया है। अपने कॉमन विजन को दोहराते हुए, दोनों नेताओं ने भारत-ऑस्ट्रेलिया कॉम्प्रिहेंसिव स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा किया।
पीएम मोदी 21 से 23 नवंबर तक होने वाले इस समिट में शामिल होंगे। ये अफ्रीकी महाद्वीप पर होने वाला पहला जी-20 समिट होने के नाते एक अहम पड़ाव होगा। वे भारत और ग्लोबल साउथ से जुड़े खास मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह पीएम मोदी का साउथ अफ्रीका का चौथा ऑफिशियल दौरा होगा। इससे पहले वे 2016 में द्विपक्षीय दौरे पर गए थे और 2018 और 2023 में दो ब्रिक्स समिट में शामिल हुए थे।
यह समिट ग्लोबल साउथ द्वारा होस्ट की गई लगातार चौथी जी-20 मीटिंग है। इससे पहले इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील ने प्रेसीडेंसी की थी। साउथ अफ्रीका से पहले जी-20 प्रेसीडेंसी ब्राजील (2024), भारत (2023) और इंडोनेशिया (2022) के पास थी।
जी-20 में बड़ी अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं जो ग्लोबल जीडीपी का 85फीसदी और इंटरनेशनल ट्रेड का 75फीसदी हिस्सा है।फोरम ने साउथ अफ्रीका की प्रेसीडेंसी थीम ‘सॉलिडैरिटी, इक्वालिटी, सस्टेनेबिलिटी’ के तहत प्रायोरिटी एरिया की पहचान की है।