कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंतिम समय में दार्जिलिंग का दौरा रद्द कर दिया है। दार्जिलिंग जिला प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को मुख्यमंत्री के वहां पहुंचने से कुछ देर पहले उन्हें सूचना मिली कि वह दौरा रद्द कर रही हैं। सीएम ममता बनर्जी आज दार्जिलिंग नहीं जा रही हैं। अंतिम समय में इस दौरे को रद्द करने के कारण को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि बालासोर में रेल हादसे में बंगाल के काफी लोगों की जान गई है। इसके साथ ही बंगाल के कई अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है। इलाज को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं हो। सीएम ममता बनर्जी नजर बनाए हुई हैं और इसी कारण दौरा कर दिया है।
मुख्यमंत्री कई कार्यक्रमों के साथ सोमवार से दार्जिलिंग के चार दिवसीय दौरे पर जाने वाली थी। उन्हें बागडोगरा के रास्ते दार्जिलिंग जाना था। दार्जिलिंग में राजनीतिक दलों के साथ बैठक करने, पंचायत चुनाव पर चर्चा करने के अलावा मुख्यमंत्री का बुधवार को एक औद्योगिक सम्मेलन में भाग लेना था।
उत्तर बंगाल के चार दिवसीय दौरे पर जाने वाली थीं ममता बनर्जी
पंचायत चुनाव इस बार पहाड़ी इलाकों में भी होगा। इसलिए मुख्यमंत्री खुद जाकर स्थिति का जायजा लेना चाहती थी। दार्जलिंग के विभिन्न राजनीति दल भी उनसे मिलने और बात करने को आतुर थे। सुनने में आया था कि गोरखा नेता बिमल गुरुंग भी उनसे मिल सकते हैं।
हालांकि, आखिरी समय में मुख्यमंत्री द्वारा दार्जिलिंग जाना स्थगित करने की घोषणा की गई। फिलहाल वह कोलकाता में रहेंगी। तृणमूल कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि ओडिशा में हुए भयानक ट्रेन हादसे में बंगाल के कई लोग अब भी लापता हैं। इस हादसे में स्वस्थ होकर घर लौटने वालों के लिए राज्य सरकार ने व्यवस्था की है, लेकिन सबसे पहले सभी की पहचान करना जरूरी है। इसी कारण मुख्यमंत्री ने उन कार्यों की निगरानी के लिए शहर से बाहर जाना रद्द कर दिया है।
ममता बनर्जी के दार्जिलिंग दौरे को लेकर लगाये जा रहे थे कयास
ममता बनर्जी के दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे थे।अगले साल लोकसभा चुनाव है. इसे ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने दार्जिलिंग में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी है। नॉर्थ ब्लॉक ने पहाड़ के मुद्दे पर त्रिपक्षीय बैठक शुरू की है। इसके अलावा मैदानी इलाकों के साथ पहाड़ी इलाकों में भी पंचायत चुनाव कराने का फैसला हुआ है. ऐसी स्थिति में ममता बनर्जी का दार्जिलिंग का दौरा काफी महत्वपूर्ण था।
चार दिवसीय इस दौरे में मुख्यमंत्री का सात जून को औद्योगिक सम्मेलन के अलावा कई राजनीतिक कार्यक्रम भी थे। यह जीटीए प्रमुख अनीत थापा से भी मिलने वाली थी। माना जा रहा था कि ममता बनर्जी के दौरे का एक मकसद 2024 के लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग पर कब्जा करने की जमीन तैयार करना भी था।
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