कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 अगस्त को ‘खेला होबे दिवस’ मनाने का आह्वान किया है। ‘खेला होबे दिवस’ के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस ने आज से केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। मंगलवार को राज्य के विभिन्न इलाकों में जुलूस निकाले जाएंगे और प्रदर्शन किया जाएगा। बता दें कि पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने साफ कर दिया था कि व्यक्तिगत भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी पार्टी नहीं लेगी, लेकिन दो शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी से पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों का मनोबल कुछ हद तक प्रभावित हुआ है। ऐसे में ममता बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने का निर्देश दिया है।
ममता बनर्जी ने कहा था, ”16 अगस्त से फिर आंदोलन शुरू होगा. ‘खेला होबे दिवस’ होगा। विरोध जुलूस निकाले जाएंगे और प्रदर्शन होगा। एक और राजनीतिक युद्ध शुरू होगा और फिर से खेला होगा।” बता दें कि आज शाम को ममता बनर्जी ने डूरंड कप फुटबॉल प्रतियोगिता का भी उद्घाटन करेंगी।
ईडी और सीबीआई के खिलाफ सड़क पर उतरेगी टीएमसी
ईडी, सीबीआई की निष्पक्षता को लेकर तृणमूल छात्र परिषद पहले से ही सवाल उठा रही है। सत्तारूढ़ दल मंगलवार से फिर से सड़कों पर उतरेगी। नेता के निर्देश पर मोहल्ले- मोहल्ले में मार्च और विरोध सभा का आयोजन किया जाएगा। सत्ताधारी दल ने जनसभाओं के माध्यम से राजनीतिक लड़ाई करने की रणनीति अपनाई है। पार्टी का जिला संगठन भी तैयारी में जुटा है। ममता बनर्जी 8 सितंबर को नेताजी इंडोर स्टेडियम में बूथ आधारित कार्यकर्ता सम्मेलन करेंगी। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, जब विपक्ष सत्ताधारी दल को ईडी-सीबीआई से घेरने की कोशिश कर रहा है, तो तृणमूल वापस सड़क पर उतरने की रणनीति बनाई है और केंद्र सरकार पर हमला बोलेगी। इस अवसर पर ममता बनर्जी ने ट्वीट कर ‘खेला होबे दिवस’ की बधाई दी है।
‘खेला होबे दिवस’ से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की ममता की कवायद
ममता बनर्जी ने पहले ही 16 अगस्त को ‘खेला होबे दिवस’ मनाने का ऐलान किया है। इस दिन अलग-अलग इलाकों में जुलूस निकाला गया है। तृणमूल सूत्रों के मुताबिक शनिवार और रविवार को इलाके में सुबह मीटिंग करने और मार्च निकालने की बात कही गई है। बता दें कि बंगाल में अगले साल पंचायत चुनाव है. पंचायत चुनाव आगे पूजा के बाद राजनीतिक दल पूरे जोश के साथ मैदान में उतरेंगे। विरोधी दल भ्रष्टाचार के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर रही है, जबकि ममता बनर्जी की पार्टी केंद्र सरकार की नीतियों और बीजेपी की नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरेगी।
 
				 
															 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
															 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								